एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। महात्मा गांधी सेवा चिकित्सा परिसर खनेरी (रामपुर) में शवों का पोस्टमार्टम करने के लिए फॉरेंसिक एक्सपर्ट नहीं है। इसके कारण अधिकांश संदिग्ध मामलों में यहां शव पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी शिमला भिजवाने पड़ते हैं और तीमारदारों को कई प्रकार की परेशानियों से दो चार होना पड़ता है। खनेरी में हादसों सहित अन्य कई तरह के मामले आते हैं। इनमें से बहुत से शवों का पोस्टमार्टम करना जरूरी होता है। अगर खनेरी में फॉरेंसिक एक्सपर्ट की तैनाती हो जाए तो सभी राहत मिलेगी।
जब से अस्पताल बना है, तब से फॉरेंसिक एक्सपर्ट नहीं
खनेरी अस्पताल जब से बना है तब से यहां पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट नहीं है। यदि यह तैनाती होती है तो अस्पताल के चिकित्सकों को भी राहत मिलेगी और लोगों को भी कोई परेशानी नहीं होगी। खनेरी अस्पताल में आए दिन हादसों सहित आत्महत्या जैसे कई तरह के संदिग्ध मामले आते रहते हैं। अधिकतर पुलिस केस होते हैं और उन शवों का पोस्टमार्टम करना भी जरूरी होता है। उनमें कई बार देखा जाता है कि परिजन खनेरी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने रूचि नहीं दिखाते और शवों को आईजीएमसी ले जाया जाता है। इसमें सभी का समय बर्बाद होता है तो शवों को अंतिम संस्कार समय पर नहीं हो पाता। लोगों का कहना है कि यदि फॉरेंसिक एक्सपर्ट की तैनाती हो जाती है तो आम आदमी सहित अस्पताल के चिकित्सकों को भी राहत मिलेगी।
खनेरी अस्पताल के एसएस डॉ. अजय नेगी ने माना कि यदि यहां पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट की तैनाती होती है तो सभी लोगों को राहत मिलेगी। यहां वाले केसों को भी आसानी से देखा जा सकता है और शिमला जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी