एआरबी टाइम्स ब्यूरो
सरकाघाट(मंडी)।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सरकाघाट उपमंडल में एक दर्दनाक सड़क हादसे में एचआरटीसी की बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई, जिसमें 8 यात्रियों की मौत हो गई और 21 अन्य घायल हो गए। यह बस सरकाघाट से चंदैश वाया मसेरन जा रही थी, जो मसेरन के पास तरांगला दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घायलों को सरकाघाट अस्पताल, हमीरपुर, मेडिकल कॉलेज नेरचौक और गंभीर घायलों को एम्स बिलासपुर रेफर किया गया है।
मृतकों की सूची:
डोलमा देवी (68), पत्नी लश्करी राम, रसेहड़, भदरोता
गीता देवी (65), पत्नी कृष्ण चंद, रसेहड़, भदरोता
बर्फी देवी (78), पत्नी रूप सिंह, भल्याणा, सरकाघाट
अंतरिक्ष (17), पुत्र किशोरी लाल, थुर्ड, भदरोता
बलवीर सिंह (60), पुत्र सौजू राम, पाटी, भल्यारा, भदरोता
सुमन, पुत्र जगदीश चंद, मसेरन, सरकाघाट
कलासी देवी, तारंगला, मसेरन
प्रकाश चंद, पुत्र महंत राम, भटोह मकरेहड़, सरकाघाट
घायल यात्रियों में शामिल हैं:
कृष्ण चंद (हुक्कल), कल्पना देवी (रसेहड़), सुरेश कुमार (बडरेसा), अश्वनी राणा (रिस्सा), तुलसी देवी (चंदरूही), चालक जगदीश चंद (चहड़ी), वंदना देवी (जमसाई), रूमा देवी (रसेहड़), मनसा देवी (पाटी जमणी), मीरा देवी (कांगूकोठी), बाला राम (बल ललीहण), शालू देवी (तारंगला), प्रेम कुमारी (तारंगला), कामना देवी (सज्याड़ी), रणजीत सिंह (मटोह), माया देवी (सरकाघाट), सकिन (रोपड़, पंजाब), सूरज (रोपड़, पंजाब), सरभा देवी (भद्रवाड़), शनाया (6 वर्ष, रोपड़ी), पूनम (जमसाई)।
मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री व पूर्व सीएम ने जताया दुख
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू व उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने हादसे में मृतकों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द अनुग्रह राशि प्रदान की जाए और घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को इस दुःख को सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की।
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सरकाघाट क्षेत्र में मसेरन के निकट तारंगल में हुई बस दुर्घटना के घायलों का कुशलक्षेम जाना। उन्होंने दुर्घटना में मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उप-मुख्यमंत्री ने घटनास्थल का दौरा किया और इस दुर्घटना की न्यायिक जांच करवाने की बात कही।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी इस हादसे को “बहुत दुखद” बताया और प्रशासन से घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की।
