एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। नाथपा झाकड़ी जलविद्युत परियोजना से विस्थापित 77 परिवारों को अब ज़मीन का मालिकाना हक मिलने जा रहा है। यह परियोजना जब शुरू हुई थी, तो कई ग्रामीणों की ज़मीन अधिग्रहित कर ली गई थी। इसके बाद ये लोग आसपास की खाली ज़मीन पर रहने लगे, लेकिन अब तक उन्हें कानूनी रूप से मालिकाना हक नहीं मिला था।
अब राजस्व विभाग रामपुर और सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) ने मिलकर अंतिम कार्यवाही पूरी कर ली है। तहसीलदार परिक्षित कुमार ने बताया कि इन 77 लोगों के नाम तय हो चुके हैं और वे किसी भी कार्यदिवस में तहसील कार्यालय पहुंचकर अपनी ज़मीन की रजिस्ट्री (डीड) बनवा सकते हैं। इस प्रक्रिया से जुड़ा समस्त खर्च एसजेवीएन द्वारा वहन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन लोगों का विवरण राजस्व रिकॉर्ड में कब्जाधारी के रूप में पहले ही दर्ज है, अब उन्हें वैधानिक रूप से स्वामित्व प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अन्य पात्र व्यक्तियों के दस्तावेज़ भी तैयार किए जा रहे हैं और कुछ मामलों में दस्तावेज़ एसजेवीएन को सौंपे जा चुके हैं।
🔹 इन लोगों को मिलेगा मालिकाना हक
गुरना देवी, जफू देवी, राम सुख, ठाकरी, अनी, चंदू, बिसू, सुंकु, सुरमी देवी, गंगा राम, राम बहादुर, दुर्गा दत्त, सुनील कुमार, धर्मपाल, ज्ञान चंद, हरि चंद, प्राचार्य कमला मेमोरियल पब्लिक स्कूल, प्रेम चंद, रघु राज, नरेश कुमार, पुरबा राम, सुरिंदर सिंह, तुलसी राम, उमा दत्त, जरम सिंह, पीके सोनी, नारायण दास, सुभाष चंद, जगदीश दत्त, दिवा नंद, कालू दासी, विद्या देवी, दयालु राम, विनोद कुमार, मान दास, नारायण सिंह, बीजू, मंजू, शिबू, शावणू, डाली, श्याम लाल, नंत राम, शेर सिंह, जगदीश, राम सिंह, विजय कुमार, जय राम, पदम दास, रमन कुमार, कुलवंत सिंह, कुलबीर सिंह, कौला देवी, मेला राम, अतर सिंह, रोशन लाल, धनी राम, विपिन कुमार, मूरत सिंह, धर्म चंद, इंद्र मोहन, जय नंद, शिवू राम, जय किशन, गिरजू, गोपाल दास, बुद्ध राम, उतू देवी, मोलक राज, भीम बहादुर, बेलू, धनू, भूपेंद्र सिंह, भाग चंद आदि।

janthsatishkumar@gmail.com