एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। हिमाचल में नशा माफिया के खिलाफ छेड़े अभियान के तहत पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने नशा बेचकर युवाओं की जिंदगी बर्बाद करने वाले नौ आरोपियों को पकड़ा है। इनमें मां-बेटा भी शामिल है। नशे के धंधे में संलिप्त आरोपियों ने यह जहर कहां-कहां बेचा है, किससे खरीदा था, इसके बारे में पता लगाने के लिए पुलिस पूछताछ में जुट गई है।
नशे के धंधे में संलिप्त मां-बेटे को पुलिस ने सिरमौर जिले में पकड़ा। पावंटा साहिब के वार्ड नंबर -10 देवीनगर में पुलिस ने छापा मारकर महिला और उसके बेटे से 8 ग्राम चिट्टा समेत 63,000 रुपये बरामद किए हैं। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पांवटा साहिब पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नगर परिषद के वार्ड-10 में कृपाल शिला गुरुद्वारा के पास महिला और उसका बेटा अक्षय घर से चिट्टा बेचने का अवैध कारोबार कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस की एक विशेष टीम गठित की गई और घर पर छापा मारा । बताया जा रहा है कि 63,000 रुपये आरोपियों ने नशा बेचकर कमाए हैं। कब से इस अवैध धंधे में जुड़े हुए हैं, इसके बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है।
उधर, शिमला जिले में पुलिस ने अलग-अलग पांच स्थानों पर छापा मारकर सात लोगों को चिट्टा और चरस के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने मीनस पुल के पास बुधवार आधी रात उत्तराखंड से आ रहे एक युवक को रोका और उसकी तलाशी ली। तलाशी के दौरान युवक रिशभ कुमार निवासी कलारा गांव, नेरवा से 2.07 ग्राम चिट्टा और एक शीशी प्रतिबंधित दवाओं की बरामदग की। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह नशे की खेप कहां से लाया था और किन लोगों को सप्लाई करने की योजना थी। इसके अलावा पुलिस ने नवबहार के पास एक युवक को 4.42 ग्राम चिट्टे के साथ पकड़ा। वहीं, ठियोग के नन्नी में पुलिस ने एक ढाबे से 17.64 ग्राम चरस बरामद की। पुलिस ने मामले में नेपाल मूल के संतोष कुमार को पकड़ा है। इसके अलावा सुन्नी थाना के तहत मुंगणा में पुलिस ने तीन युवकों को चरस के साथ दबोचा। आरोपियों में जुन्गा निवासी अनिल, देवेंद्र कुमार और राहुल शामिल हैं। आरोपियों से 26 ग्राम चरस बरामद की गई।