एआरबी टाइम्स ब्यूरो
चंडीगढ़। पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGI) में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। संस्थान को 73 नए सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों की भर्ती करने की मंजूरी मिल गई है। यह महत्वपूर्ण निर्णय हाल ही में आयोजित गवर्निंग बॉडी की बैठक में लिया गया, जिसमें नॉन-डीएम/एमसीएच श्रेणी के डॉक्टरों की नियुक्ति को स्वीकृति प्रदान की गई। गवर्निंग बॉडी अब इस प्रस्ताव को वित्तीय विवरणों के साथ स्वास्थ्य और वित्त मंत्रालय की स्वीकृति के लिए भेजेगी। दोनों मंत्रालयों से हरी झंडी मिलते ही PGI प्रशासन भर्ती प्रक्रिया को आरंभ कर देगा। संस्थान का मानना है कि इन नई नियुक्तियों से कार्यरत डॉक्टरों पर काम का दबाव कम होगा, जिससे मरीजों को त्वरित और बेहतर उपचार उपलब्ध हो सकेगा।
कई राज्यों से उपचार के लिए PGI आते हैं मरीज
PGI में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और अन्य पड़ोसी राज्यों से बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं। वर्तमान में सीमित चिकित्सा कर्मचारियों के कारण, मरीजों को अक्सर लंबी प्रतीक्षा सूचियों का सामना करना पड़ता है। 73 नए सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों की नियुक्ति से इस समस्या में उल्लेखनीय सुधार आने की संभावना है, जिससे संस्थान की स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक प्रभावी हो सकेंगी। डॉक्टरों की संख्या में वृद्धि होने से रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमैच्योरिटी (ROP), मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और रेटिना जैसी गंभीर नेत्र रोगों के इलाज में तेजी आएगी। विशेष रूप से, यह HDU में भर्ती नवजात शिशुओं को विशेष चिकित्सा देखभाल प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
बच्चों की यूनिट के लिए छह डॉक्टरों की नियुक्ति को भी मंजूरी
इसके अतिरिक्त, एडवांस्ड आई सेंटर (AEC) के तहत संचालित बच्चों की हाई डिपेंडेंसी यूनिट (HDU) के लिए भी 6 नए सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों की नियुक्ति को मंजूरी दी गई है। वर्तमान में, इस महत्वपूर्ण यूनिट में केवल तीन डॉक्टर कार्यरत हैं, जबकि यहां 8 बेड हैं और मरीजों को 24 घंटे देखभाल की आवश्यकता होती है। PGI प्रशासन को उम्मीद है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के बाद वित्त मंत्रालय भी जल्द ही इस भर्ती प्रस्ताव को अपनी स्वीकृति प्रदान करेगा, जिससे भर्ती प्रक्रिया सुचारु रूप से शुरू हो सकेगी।