एआरबी टाइम्स ब्यूरो
कांगड़ा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रांत कार्यकारिणी बैठक 11 से 13 जुलाई तक पालमपुर के आधारशिला विद्यालय में संपन्न हुई। बैठक में प्रदेश भर से 110 सदस्यों ने भाग लिया, जिसमें 70 छात्र, 15 छात्राएं, 23 अध्यापक और 2 अन्य सदस्य शामिल रहे। इससे पूर्व यह बैठक जनवरी में नालागढ़ में आयोजित हुई थी।
बैठक में पूर्व आंदोलनों की समीक्षा के साथ-साथ आगामी रणनीतियों पर चर्चा हुई। प्रमुख मुद्दों में छात्र संघ चुनाव की बहाली, शिक्षण संस्थानों में राजनीतिक हस्तक्षेप का विरोध और शिक्षण संस्थानों को बंद करने के फैसले के खिलाफ आंदोलन शामिल हैं। साथ ही, मंडी में हालिया प्राकृतिक आपदा में परिषद कार्यकर्ताओं की सेवा की सराहना करते हुए, आगे भी राहत सामग्री पहुंचाने और सेवा कार्यों की योजना बनाई गई।
बैठक में “हिमाचल प्रदेश का वर्तमान परिदृश्य” एवं “वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य” पर दो प्रस्ताव पारित हुए। इसमें प्रदेश सरकार के छात्रविरोधी निर्णयों, सरदार पटेल विश्वविद्यालय की गिरती स्वायतता, तकनीकी व कृषि विश्वविद्यालय की समस्याओं पर चिंता जताई गई।
ABVP ने इस वर्ष 1,67,090 नए सदस्य बनाने का लक्ष्य तय किया है। सदस्यता अभियान के तीन चरणों की योजना बनी है, जिसमें स्कूली, महाविद्यालयीन व व्यावसायिक सदस्यता शामिल हैं। वहीं, 1 से 6 अगस्त तक पौधारोपण कार्यक्रम व अक्टूबर में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। अगस्त में छात्रा सम्मेलन भी प्रस्तावित है।
मंडी आपदा के मद्देनज़र 14 से 24 जुलाई तक राहत कोष एकत्रित किया जाएगा। चिकित्सा, शिक्षा व श्रम सहायता हेतु परिषद नई टीमें भेजेगी।
छात्र मांगों को लेकर ABVP आंदोलन करेगा, जिसकी शुरुआत 17-18 जुलाई को प्रेस वार्ता, 21 जुलाई को ज्ञापन सौंपने से होगी। 28 जुलाई को धरना, 30-31 जुलाई को भूख हड़ताल और 2 अगस्त को जिला स्तरीय ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई गई है।
