एआरबी टाइम्स ब्यूरो
मंडी। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बुधवार को अपने गृह विधानसभा क्षेत्र सराज के बाढ़ प्रभावित कुकलाह और बगस्याड क्षेत्रों का दौरा किया और हालात को भयावह करार देते हुए इसे सराज में अब तक की सबसे बड़ी त्रासदी बताया। उन्होंने केंद्र सरकार से एनडीआरएफ और वायुसेना के हेलिकॉप्टर भेजने का आग्रह किया, जिसे तुरंत स्वीकार कर राहत कार्य शुरू किए गए।
तीन दिन से बिजली और संचार सेवा ठप
जयराम ठाकुर ने बताया कि सराज क्षेत्र में बीते तीन दिनों से बिजली और संचार सेवाएं पूरी तरह बंद हैं। जंजैहली तक की मुख्य सड़क पूरी तरह टूट चुकी है और थुनाग पहुंचना भी कठिन हो गया है। भारी भूस्खलन के कारण 20 किलोमीटर के दायरे में सड़कें नाममात्र बची हैं।
लापता लोगों की तलाश तेज करने की मांग
उन्होंने कहा कि पख़रैर पंचायत के डेज़ी से 11, थुनाग से 5 और पांडवशीला से 2 लोग लापता हैं। उन्होंने एनडीआरएफ कमांडेंट से मौके पर बात कर तलाशी अभियान को युद्धस्तर पर चलाने का निर्देश दिया है।
250 से अधिक घर प्रभावित, पुल और सड़कें तबाह
कई गांवों में घर, दुकानें और सार्वजनिक ढांचे पूरी तरह तबाह हो चुके हैं।
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शरण गांव में 10 से 12 घर पूरी तरह ध्वस्त,
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थुनाग क्षेत्र में 150 से अधिक घर गिरे,
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25 से अधिक छोटे-बड़े पुल टूट चुके हैं,
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कई स्थानों पर लोगों को कई किलोमीटर पैदल चलकर गुजरना पड़ रहा है।
प्रशासन अब तक राहत सामग्री नहीं पहुंचा सका
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि अभी तक न तो प्रशासन ने फौरी राहत दी है और न ही राशन या टेंट उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने राहत राशि के वितरण और रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने की मांग की है।
रोपवे को 24 घंटे और रियायती दर पर बहाल करने की मांग
कुकलाह और बाखली पुल टूटने के चलते इन क्षेत्रों के लिए रोपवे ही एकमात्र साधन रह गया है। जयराम ठाकुर ने रोपवे अधिकारियों से बात कर इसे 24 घंटे रियायती दर पर बहाल करने और स्थानीय लोगों को जरूरी सामान ले जाने की अनुमति देने की मांग की।
स्थानीय लोगों की व्यथा
सरोआ पंचायत के उपप्रधान देवेंद्र राणा ने बताया कि आपदा के दौरान एक छोटी सी खड्ड ने रौद्र रूप लेकर मंदिर की सराय, 9 परिवारों के घर, पुल, सड़कें और वाहन सब कुछ बहा दिया। अभी तक सिर्फ पटवारी मौके पर पहुंचा है, जबकि न कोई अधिकारी आया, न कोई राहत मिली।
मुख्यमंत्री से की बात, सख्त निर्देश देने का आग्रह
जयराम ठाकुर ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से बात कर अधिकारियों को कड़े निर्देश देने की अपील की है, क्योंकि इस बार की आपदा ने सराज को अभूतपूर्व नुकसान पहुंचाया है।
