एआरबी टाइम्स ब्यूरो
मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में अवैध मछली शिकार के खिलाफ मत्स्य विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई की गई है। विभाग की सक्रिय टीमों ने 7 अगस्त को जिले के विभिन्न जल स्रोतों पर गश्त के दौरान 11 लोगों को रंगे हाथ पकड़ा और मौके पर ही ₹12,000 का जुर्माना वसूला।
वरिष्ठ मत्स्य अधिकारी तेज राम वर्मा के नेतृत्व में यह गश्त ब्यास, सुकेती और रत्ती खड्ड क्षेत्रों में की गई। इस दौरान भडयाल, ढढौर और रत्ती क्षेत्रों में ये आरोपी मछली पकड़ते हुए पकड़े गए।
वहीं, 6 अगस्त को मत्स्य अधिकारी महाशीर फार्म मच्छयाल ने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प पोर्टल पर प्राप्त शिकायत के आधार पर लडभड़ोल क्षेत्र में दो व्यक्तियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करते हुए भारी जुर्माना लगाया।
सहायक निदेशक मत्स्य मंडी नीतू सिंह ने जानकारी दी कि 15 अगस्त तक प्रदेश भर में सभी सामान्य जल क्षेत्रों में वर्जित काल लागू है, जिसमें मछली पकड़ना प्रतिबंधित है। यह अवधि मछलियों की प्रजनन प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए लागू की जाती है।
उन्होंने यह भी बताया कि वर्जित काल समाप्त होने के बाद केवल लाइसेंसधारी मछुआरे ही मछली पकड़ सकते हैं। इच्छुक व्यक्ति विभाग के किसी भी निकटवर्ती कार्यालय से लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।
सहायक निदेशक ने चेतावनी दी कि अवैध मछली शिकार और बिक्री में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ मत्स्य अधिनियम 1976 और मत्स्य नियमावली 2020 के तहत कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
