एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की हाल ही में आयोजित परीक्षाओं में सामने आई अनियमितताओं और प्रशासनिक अव्यवस्थाओं को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। अभाविप ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
परीक्षा केंद्र निर्धारण में गड़बड़ी, तकनीकी समस्याओं के कारण परीक्षा का बाधित होना और दिल्ली स्थित DoPT कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण विरोध कर रहे अभ्यर्थियों पर बल प्रयोग जैसी घटनाओं ने परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं।
अभाविप ने कहा कि एसएससी परीक्षा अनियमितता लाखों युवाओं के भविष्य के साथ अन्याय है। संस्था ने विशेष रूप से इस बात पर चिंता जताई कि प्रवेश पत्र परीक्षा से मात्र दो दिन पहले जारी किए गए और अनेक अभ्यर्थियों को अत्यंत दूरस्थ परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए। कुछ परीक्षा केंद्रों पर तकनीकी खामियों के चलते परीक्षा स्थगित करनी पड़ी, जिससे छात्रों को मानसिक, आर्थिक और समय की हानि हुई।
अभाविप की प्रांत मंत्री सुश्री नैंसी अटल ने कहा, “एसएससी परीक्षा में अव्यवस्था केवल तकनीकी त्रुटि नहीं बल्कि युवाओं के आत्मसम्मान और उनके भविष्य से किया गया अन्याय है। यह एक गंभीर प्रशासनिक विफलता है जिसकी तत्काल और पारदर्शी जांच होनी चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि, अभ्यर्थियों की मांगों को नजरअंदाज करना निंदनीय है और रद्द की गई परीक्षाओं की तिथि जल्द घोषित की जानी चाहिए। परीक्षा केंद्र निर्धारण में पारदर्शिता और अभ्यर्थियों के साथ सम्मानजनक संवाद आवश्यक है।
अभाविप ने देशभर के छात्रों से संयम और तथ्यों पर आधारित संवाद की अपील की है तथा भ्रामक या अपुष्ट जानकारी से बचने का आग्रह किया है। संगठन ने स्पष्ट किया है कि वह हर स्तर पर छात्रों के साथ खड़ा रहेगा और न्याय दिलाने के लिए संघर्षरत रहेगा।
