एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश में विद्यार्थियों की कम संख्या के कारण राज्य सरकार ने 73 उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों का दर्जा घटाने का निर्णय लिया है। शिक्षा निदेशालय ने संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं और जल्द ही इस संबंध में अधिसूचना जारी होगी। जिन स्कूलों का दर्जा घटाया जाएगा, वहां पढ़ रहे विद्यार्थियों को नजदीकी स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा। वहीं, शिक्षकों और गैर-शिक्षक कर्मचारियों का तबादला उन स्कूलों में किया जाएगा जहां स्टाफ की आवश्यकता है।
वरिष्ठ माध्यमिक से उच्च और उच्च से मिडल स्कूल बनाए जाएंगे
प्रदेश के 16 वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल, जहां केवल 10 विद्यार्थी हैं, को डाउनग्रेड कर उच्च स्कूल बनाया जाएगा। यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्कूलों में भेजा जाएगा। इसके अलावा, 18 वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल ऐसे हैं जिनमें पांच से कम विद्यार्थी हैं। इन स्कूलों को भी डाउनग्रेड किया जाएगा, हालांकि यहां नजदीकी स्कूल पांच किलोमीटर से अधिक दूरी पर हैं। साथ ही, 39 उच्च विद्यालयों का दर्जा घटाकर मिडल स्कूल किया जाएगा। यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को तीन से चार किलोमीटर के भीतर स्थित स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा।
सह-शिक्षा स्कूल बनाने की योजना
प्रदेश में 78 स्कूल ऐसे हैं जिनमें लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग कक्षाएं चल रही हैं। इन्हें मर्ज कर सह-शिक्षा स्कूल बनाने की योजना है। जिन स्कूलों में आधारभूत ढांचा बेहतर होगा, वहां पहली से दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई कराई जाएगी। हालांकि इस प्रक्रिया में अभी समय लगेगा।
443 प्राइमरी और मिडल स्कूल मर्ज
विद्यार्थियों के शून्य दाखिले वाले 103 स्कूल पहले ही बंद किए जा चुके हैं। इसके अलावा, 10 या उससे कम विद्यार्थी संख्या वाले 443 प्राइमरी और मिडल स्कूलों को मर्ज करने की अधिसूचना जारी की गई है। इनमें 203 प्राइमरी स्कूल ऐसे हैं जिनमें पांच से कम विद्यार्थी हैं और उन्हें दो किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्कूलों में मर्ज किया गया है। 142 प्राइमरी स्कूल ऐसे हैं जिनके पास दो किलोमीटर के भीतर अन्य स्कूल नहीं हैं, इन्हें तीन किलोमीटर दूरी पर मर्ज किया गया है। इसके अलावा, 92 मिडल स्कूलों में 10 या उससे कम विद्यार्थी हैं, जिन्हें तीन किलोमीटर से अधिक दूरी वाले स्कूलों में मर्ज किया गया है। साथ ही, 20 विद्यार्थियों वाले सात उच्च विद्यालयों को चार किलोमीटर के भीतर मर्ज किया गया है।
