एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ ने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट कर प्रदेश को शिक्षा क्षेत्र में मिली ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई दी। प्रवक्ता संघ के अध्यक्ष अजय नेगी के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में जारी राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (नैस 2025 – परख-2025) में हिमाचल को देशभर में पांचवां स्थान मिलने पर बधाई दी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 में प्रदेश की रैंक 21वीं थी, जिससे यह एक बड़ी छलांग मानी जा रही है।
उठाई गई प्रमुख मांगें
प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री के समक्ष प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने हेतु निम्नलिखित मांगें रखीं—
🔹 850 प्रधानाचार्य पदों को शीघ्र भरने की मांग:
इन पदों की रिक्तता से प्रशासनिक व शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
🔹 परीक्षा परिणामों पर कार्रवाई से पूर्व निष्पक्ष जांच की मांग:
संघ ने शिक्षा संहिता की धारा 2.20.3 (क्रमांक सी) का उल्लेख करते हुए कहा कि
यदि छात्रों की संख्या 5 से कम हो या कक्षा 9 महीने से कम समय से संचालित हो रही हो, तो शिक्षक पर दंडात्मक कार्रवाई न हो। साथ ही शिक्षक के पिछले वर्षों के परिणाम भी निर्णय प्रक्रिया में जोड़े जाएं।
🔹 युक्तिकरण 1:30 अनुपात के आधार पर हो:
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षक-छात्र अनुपात को लागू करने की मांग रखी गई।
🔹 कक्षा 9 से 12 के छात्रों से ली जा रही कंप्यूटर फीस हो माफ:
₹110 व ₹55 की कंप्यूटर फीस को हटाने से तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा और गरीब छात्रों पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।
संघ के वरिष्ठ नेताओं का समर्थन
इन सभी मांगों का समर्थन संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों—इंद्र सिंह ठाकुर, लोकेन्द्र सिंह नेगी, दीप सिंह खन्ना, सुरेंद्र पुंडीर, ओम प्रकाश, चंद्र देव ठाकुर, सुरजीत सिसौदिया—सहित प्रदेशभर के सभी जिला अध्यक्षों ने भी किया।
शिक्षा मंत्री का आश्वासन
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने संघ की मांगों को गंभीरता से सुनते हुए आश्वासन दिया कि—
प्रधानाचार्य पदोन्नति सूची जल्द जारी की जाएगी।
अन्य सभी मुद्दों पर भी सकारात्मक व न्यायसंगत निर्णय लिया जाएगा।