एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षक कल्याण संघ और गैर-शिक्षक संघ ने आज कुलपति कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में लगभग सभी शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारियों ने भाग लिया। प्रदर्शन का मुख्य कारण विश्वविद्यालय कर्मचारियों को समय पर वेतन न मिलना रहा।
संघ ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार विश्वविद्यालय के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। हर महीने वेतन देने में देरी की जा रही है जबकि प्रदेश के अन्य विभागों के कर्मचारियों को समय पर वेतन जारी हो चुका है। आज विश्वविद्यालय में शिक्षकों और कर्मचारियों ने पूरे दिन कक्षाओं का बहिष्कार किया और कुलपति कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की।
संघ के अध्यक्ष ने कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि सभी सरकारी विभागों के कर्मचारियों को समय पर वेतन मिल गया है लेकिन विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को अभी तक वेतन नहीं मिला है। इसे अफसरशाही की ढील बताया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपने खर्चों में कोई कटौती नहीं कर रही है लेकिन वेतन के लिए पैसे की कमी का बहाना बना रही है।
संघ ने चेतावनी दी कि यदि वेतन और अन्य मुद्दों का स्थायी समाधान नहीं निकाला गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षकों को ना तो CAS प्रमोशन मिल रहा है और ना ही 13% महंगाई भत्ता (DA) दिया गया है। 2022 के बाद से किसी भी शिक्षक को CAS प्रमोशन नहीं मिला, जिससे विश्वविद्यालय की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है।
संघ ने कहा कि 2016 यूजीसी स्केल का एरियर भी अब एक सपना बनकर रह गया है। यदि जल्द ही समाधान नहीं निकला, तो शिक्षक भूख हड़ताल और चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेंगे।
