एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) शिमला जिला इकाई ने SSC परीक्षा घोटाला 2025 के खिलाफ सोमवार को उपायुक्त कार्यालय के बाहर ज़ोरदार प्रदर्शन किया। इस शांतिपूर्ण लेकिन उग्र प्रदर्शन का नेतृत्व NSUI शिमला जिला अध्यक्ष शुभम हार्डी वर्मा ने किया।
प्रदर्शन में NSUI कार्यकर्ताओं और छात्रों ने SSC द्वारा आयोजित परीक्षाओं में व्याप्त धांधली, तकनीकी खामियों, परीक्षा केंद्रों के अनुचित आवंटन और अचानक परीक्षा रद्द होने जैसी समस्याओं को लेकर सरकार और SSC के खिलाफ नारेबाजी की।
शुभम हार्डी वर्मा ने कहा,
“SSC की परीक्षा प्रणाली में लगातार अनियमितताएं हो रही हैं। यह हमारे युवाओं के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है। ब्लैकलिस्टेड कंपनी Eduquity को ठेके देकर प्रशासन छात्रों के साथ अन्याय कर रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि तकनीकी समस्याएं, सर्वर क्रैश, और केंद्रों की मनमानी से छात्र मानसिक और आर्थिक रूप से टूट रहे हैं। यह सरकार की घोर लापरवाही और छात्रों के प्रति उदासीन रवैये को दर्शाता है।
प्रमुख मांगें इस प्रकार रहीं:
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ब्लैकलिस्टेड कंपनी Eduquity के सभी टेंडर तत्काल रद्द किए जाएँ।
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SSC परीक्षा प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
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परीक्षा केंद्रों में तकनीकी सुधार किए जाएँ और छात्रों को उपयुक्त वातावरण मिले।
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दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
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प्रभावित छात्रों को न्याय और मुआवजा दिया जाए।
NSUI ने चेतावनी दी कि अगर मांगे नहीं मानी गईं, तो पूरे हिमाचल में व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा।
प्रदर्शन में ये प्रमुख छात्र नेता रहे मौजूद:
रणदीप ठाकुर (HPU अध्यक्ष), सिद्धार्थ शर्मा (संजौली प्रभारी), रचित शर्मा (कोटशेरा प्रभारी), धनंजय शर्मा (सायंकालीन अध्ययन केंद्र प्रभारी), अनामिका ठाकुर (कन्या महाविद्यालय प्रभारी) समेत कई कार्यकर्ता।
