एआरबी टाइम्स ब्यूरो
सुन्नी(शिमला)। लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार को सुन्नी अस्पताल परिसर का औचक निरीक्षण किया और प्रस्तावित क्रिटिकल केयर यूनिट (CCU) की जगह का जायजा लिया। यह यूनिट प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन (PM-ABHIM) के तहत स्थापित की जाएगी।
क्रिटिकल केयर यूनिट पर 18.83 करोड़ अनुमानित लागत
इस परियोजना पर कुल करीब 18.83 करोड़ रुपए अनुमानित लागत है। इसमें से 13.09 करोड़ रुपए कंस्ट्रक्शन लागत है। इसके अलावा अन्य खर्च मशीनरी और उपकरणों पर खर्च किया जाएगा। क्रिटिकल केयर यूनिट दो मंजिला भवन में स्थापित होगा। ग्राउंड फ्लोर में 05 इमरजेंसी बेड, मैटरनल एंड चाइल्ड हेल्थ के 02 बेड और 02 आइसोलेट रूम होंगे जबकि पहली मंजिल पर 02 डायलिसिस बेड और 24 आइसोलेटेड बेड की सुविधा होगी। वहीं दूसरी मंजिल पर हाइ डिस्पेंसरी यूनिट 06 बेड और 10 आईसीयू बेड होंगे।
भवन की सुविधाएं इस प्रकार होंगी:
-
ग्राउंड फ्लोर 5 इमरजेंसी बेड, 2 मेटरनल एंड चाइल्ड हेल्थ बेड, 2 आइसोलेटेड रूम, पहली मंजिल 2 डायलिसिस बेड, 24 आइसोलेटेड बेड, दूसरी मंजिल 6 हाइ डिस्पेंसरी यूनिट बेड,10 आईसीयू बेड होगें।
निर्देश और सुधार:
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मौजूद भवन को केवल आवश्यकता अनुसार ही तोड़ा जाए और डिज़ाइन में आवश्यक बदलाव कर शीघ्र नेशनल हेल्थ मिशन को प्रस्ताव भेजा जाए।
क्षेत्र को होगा व्यापक लाभ:
इस क्रिटिकल केयर यूनिट से न केवल सुन्नी क्षेत्र, बल्कि आस-पास के मंडी जैसे इलाकों को भी स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ी राहत मिलेगी। मंत्री ने यह भी कहा कि अस्पताल के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाएगा और कर्मचारियों के आवासों की मरम्मत के निर्देश भी दिए गए हैं।
रोगी कल्याण समिति को मिला आर्थिक सहयोग:
मौके पर, राजा वीरभद्र सिंह फाउंडेशन की ओर से रोगी कल्याण समिति को ₹1 लाख का चेक भी मंत्री द्वारा प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन का उद्देश्य समाजसेवा और समान विकास है।
क्रिटिकल केयर यूनिट क्या है?
क्रिटिकल केयर यूनिट (CCU) या गहन चिकित्सा इकाई (ICU) एक ऐसा विशेष अस्पताल वार्ड होता है जहाँ गंभीर रूप से बीमार मरीजों को 24 घंटे निगरानी और जीवन रक्षक उपकरणों के साथ इलाज दिया जाता है। इसमें प्रशिक्षित डॉक्टर, नर्स और विशेषज्ञ लगातार देखरेख करते हैं।