एआरबी टाइम्स ब्यूरो
गोहर (मंडी)। जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जायका) की सहायता से हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के उपमंडल गोहर में किसानों की आर्थिक स्थिति को सशक्त करने के लिए चल रही योजनाओं की बुधवार को गहन समीक्षा की गई। इस अवसर पर परियोजना निदेशक डॉ. सुनील चौहान ने प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया और उन्नत खेती को बढ़ावा देने वाले उपाय साझा किए।
डॉ. चौहान ने कार्यक्रम में उपस्थित 150 से अधिक किसानों को प्राकृतिक खेती, ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग शीट, और सेंसर तकनीक जैसी आधुनिक विधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि परंपरागत ज्ञान और वैज्ञानिक तकनीकों के संयोजन से किसान बेहतर उत्पादन और रसायन मुक्त फसलों के माध्यम से अच्छा बाज़ार प्राप्त कर सकते हैं।
निरीक्षण के दौरान डॉ. चौहान ने प्रगतिशील किसानों के खेतों में जाकर शिमला मिर्च की हाई-टेक खेती को देखा। किसानों ने बताया कि ब्लॉक परियोजना प्रबंधक डॉ. नरेंद्र कुमार के मार्गदर्शन में पॉलीहाउस और खुले क्षेत्र में सेंसर तकनीक से सिंचाई की जा रही है, जिससे मिट्टी की नमी का संतुलन बना रहता है और उत्पादन में गुणवत्ता आई है।
इस कार्यक्रम में पीएमसी विशेषज्ञ डॉ. आर.के. शर्मा, सहकारी बैंक निदेशक लाल सिंह कौशल, एसएमएस डॉ. खूब राम, और बीपीएमयू गोहर का स्टाफ भी उपस्थित रहा।
