एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि फील्ड अधिकारियों की सक्रियता और जिम्मेदारी के बिना विकास कार्यों की कल्पना नहीं की जा सकती। वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रामपुर उपमंडल की ग्राम पंचायत तकलेच में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने स्थानीय फील्ड अधिकारियों से सीधा संवाद स्थापित कर जमीनी हालात की जानकारी प्राप्त की।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपमंडल दंडाधिकारी रामपुर, तहसीलदार तकलेच, नायब तहसीलदार, खंड विकास अधिकारी, पंचायत प्रधान, ग्राम राजस्व अधिकारी और पंचायत सचिव सहित अन्य अधिकारी जुड़े रहे। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि पंचायत स्तर पर हो रहे सभी कार्यों का पूरा रिकॉर्ड संधारित किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सरकारी योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने पंचायत सचिव से मनरेगा, मुख्यमंत्री आवास योजना, बावड़ियों के जीर्णोद्धार सहित अन्य विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी ली।
ग्राम राजस्व अधिकारी से उन्होंने आपदा के दौरान हुए नुकसान, मरम्मत कार्यों, जमाबंदी, और राजस्व मामलों पर चर्चा की। साथ ही पटवारी को निर्देश दिए कि बारिश से होने वाले नुकसान की रिपोर्ट प्रतिदिन अविलम्ब भेजें। पंचायत प्रधान से उपायुक्त ने लंबित परियोजनाओं, बरसात के कारण हुए नुकसान और स्थानीय समस्याओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। तहसीलदार तकलेच से राजस्व एवं विकास गतिविधियों की स्थिति पर चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी अपने क्षेत्र की मूलभूत जानकारी नहीं रखता है तो उसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ता है। ऐसे में सभी कर्मचारियों को अपने दायित्वों के प्रति सजग रहना चाहिए ताकि योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके। तकलेच क्षेत्र को आपदा संभावित क्षेत्र बताते हुए उन्होंने अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि सभी अधिकारी आपसी समन्वय और तत्परता से कार्य करें, तो निश्चित रूप से आम जनता को अधिकतम लाभ मिल सकता है।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा, जिला राजस्व अधिकारी संजीत शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
