एआरबी टाइम्स ब्यूरो
मंडी। जिला मंडी के विभिन्न स्थानों पर आई आपदा के जिला प्रशासन द्वारा राहत और पुनर्वास कार्यों को युद्धस्तर पर किया जा रहा है। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि जहां एक ओर प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री का वितरण प्राथमिकता से किया जा रहा है, वहीं बिजली, पानी और सड़क संपर्क की बहाली में भी प्रशासनिक अमला पूर्ण समर्पण के साथ दिन-रात जुटा हुआ है।
उन्होंने बताया कि जलशक्ति विभाग द्वारा आपदा उपरांत पेयजल योजनाओं को बहाल करने के लिए लगभग 2000 मैनपावर लगातार फील्ड में कार्यरत है। विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने विषम परिस्थितियों में भी काम जारी रखा है। विभाग के प्रयासों से अब तक जिले की कुल 790 प्रभावित पेयजल योजनाओं में से 588 योजनाएं बहाल की जा चुकी हैं, जबकि शेष 202 योजनाओं पर कार्य प्रगति पर है।
उपायुक्त ने बताया कि सराज विधानसभा क्षेत्र, जो आपदा से सर्वाधिक प्रभावित रहा है, वहां की 241 पेयजल योजनाओं में से 132 योजनाएं अस्थायी रूप से बहाल कर दी गई हैं, जबकि 109 योजनाएं शेष हैं। इन योजनाओं के प्रभावित होने से 81 पंचायतें प्रभावित हुई थीं। अब तक 15 पंचायतों में पूर्ण रूप से तथा 48 पंचायतों में आंशिक रूप से पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई है, जबकि 18 पंचायतों में जलापूर्ति बहाल होना शेष है। उन्होंने कहा कि शेष पंचायतों में भी जल्द ही जलापूर्ति सुचारु कर दी जाएगी।
उन्होंने ग्रामीणों के सहयोग की सराहना करते हुए बताया कि कई स्थानों पर स्थानीय लोग मलबा हटाने और पाइपलाइन जोड़ने में विभागीय टीमों की मदद कर रहे हैं। अधिकारी निरंतर स्थलीय निरीक्षण कर कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर गांव तक जल्द से जल्द स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो।
उपायुक्त अपूर्व देवगन ने यह भी बताया कि प्रशासन द्वारा बिजली और सड़क बहाली का कार्य भी प्राथमिकता से करवाया जा रहा है ताकि जनजीवन शीघ्र सामान्य हो सके। उन्होंने जनता से धैर्य और सहयोग बनाए रखने की अपील की और कहा कि प्रशासन हर प्रभावित व्यक्ति तक राहत पहुंचाने और आवश्यक सेवाएं बहाल करने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। उन्होंने जल जनित रोगों से बचाव के लिए पानी को उबाल कर पीने की सलाह भी दी।