एआरबी टाइम्स ब्यूरो
थुनाग(मंडी)। उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अपूर्व देवगन ने आज थुनाग में राहत व पुनर्वास कार्यों की समीक्षा करते हुए बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सड़क सम्पर्क बहाल करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी कड़ी में थुनाग से जरोल तक सड़क मार्ग अस्थायी रूप से बहाल कर दिया गया है, जबकि पांडव शिला के समीप मार्ग को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। मंगलवार देर सायं तक जंजैहली तक सड़क बहाली का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
राशन वितरण और उचित मूल्य की दुकानों की बहाली
इंसीडेंट कमांडर एवं संयुक्त निदेशक पंचायती राज सुरेंद्र मोहन ने बताया कि हिमाचल प्रदेश राज्य खाद्य आपूर्ति निगम के माध्यम से थुनाग क्षेत्र में राहत सामग्री वितरित की जा रही है। अब तक लगभग 900 जरूरतमंद लोगों को 15 किलोग्राम की राशन किट (जिसमें आटा, चावल, दालें, तेल, चीनी, नमक व मसाले शामिल हैं) वितरित की गई है। साथ ही लंबाथाच व थुनाग में उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से लोगों को राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है।
राहत टीमें सक्रिय, घर-घर पहुंचाई जा रही सामग्री
आईटीबीपी, सेना, एनडीआरएफ और SDRF की टीमें लगातार प्रभावित गांवों में राहत सामग्री पहुंचा रही हैं।
आईटीबीपी की दो टीमों ने झुगान्ध और ढनियार गांवों में राशन, मेडिकल व हाईजीन किट पहुंचाईं।
सेना के 20 जवानों ने धार जरोल की रूशाड़ पंचायत में राहत सामग्री वितरित की।
इन अभियानों में राजस्व विभाग और पोर्टर्स भी सहयोग कर रहे हैं।
लापता लोगों की खोज तेज़
SDRF द्वारा पंडोह से पटिकरी डैम तक नदी क्षेत्र में ड्रोन की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। NDRF की दो टीमें भी थुनाग खड्ड व लंबाथाच क्षेत्र में सर्च अभियान चला रही हैं।
स्वास्थ्य जांच में भी तेजी
स्वास्थ्य विभाग की 10 टीमों ने अब तक 1341 लोगों की जांच की है, जिनमें से 270 लोगों को दवाइयां दी गईं। मंगलवार को चिकित्सकों की टीम महिधर, झुंडी, खुरारा और बिजवास गांवों में पहुंची और 150 से अधिक लोगों की जांच की।