एआरबी टाइम्स ब्यूरो
मंडी। प्राकृतिक आपदा की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में महिला एवं बाल विकास विभाग की सराज परियोजना के अंतर्गत कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अतुलनीय सेवा भाव और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया। इन्होंने घर-घर जाकर 4,782 लाभार्थियों को पोषणयुक्त राशन पहुँचाया। विभाग द्वारा चलाया गया यह विशेष वितरण अभियान आपदा राहत में एक मिसाल बन गया।
सराज परियोजना के तहत कुल 221 आंगनबाड़ी केंद्र कार्यरत हैं, जिनमें 97 केंद्र बालीचौकी और 124 केंद्र थुनाग उपमंडल में संचालित हैं। अभियान के अंतर्गत बालीचौकी क्षेत्र में 2,644 और थुनाग क्षेत्र में 2,138 लाभार्थियों को पोषण सामग्री वितरित की गई। साथ ही संक्रमण की रोकथाम हेतु 32 कार्यकर्ताओं ने क्लोरीन की टेबलेट्स भी घर-घर जाकर वितरित कीं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी अजय बदरेल ने बताया कि विभाग द्वारा कार्यकर्ताओं को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए थे, जिनका उन्होंने पूरी प्रतिबद्धता के साथ पालन किया।
उन्होंने बताया कि आपदा के दौरान विभाग की 10 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के मकान क्षतिग्रस्त हो गए, फिर भी इन कर्मियों ने बिना रुके अपनी जिम्मेदारियाँ निभाईं। इनमें ममता देवी (लाम्बशाफड़), सीता देवी (थुनाग), द्रोपदी (रोड), डोलमा देवी (कुथाह), हिमा देवी (जरोल), तेजी देवी (फंदार), लीला देवी (बन्याड़), ढमेश्वरी देवी (लोटशेगलू), चनाली देवी (पखरैर) और नर्वदा देवी (सुनाह) शामिल हैं।
अजय बदरेल ने कहा कि इन कर्मियों की सेवाभावना और साहस प्रेरणास्पद है तथा विभाग उनके साथ पूरी मजबूती से खड़ा है।
