Shimla: सेना प्रशिक्षण कमान अलंकरण समारोह 2025: उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठानों और कर्मियों को किया गया सम्मानित

एआरबी टाइम्स ब्यूरो

शिमला। सेना प्रशिक्षण कमान (आरट्रैक) द्वारा आयोजित अलंकरण समारोह 2025 का आयोजन 3 जुलाई को शिमला स्थित डैनफे ऑडिटोरियम में किया गया। समारोह की अध्यक्षता जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी), लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा, पीवीएसएम, एवीएसएम, एसएम ने की। इस अवसर पर प्रशिक्षण वर्ष 2023-24 में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रतिष्ठानों और व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।

समारोह में तीन श्रेणी ‘ए’ प्रतिष्ठानों और उनसे संबद्ध दो इकाइयों को ‘जीओसी-इन-सी सेना प्रशिक्षण कमान इकाई प्रशस्ति पत्र’ से नवाजा गया। इनमें एमसीटीई, महू; सीएएटीएस, नासिक; एएटीएस, आगरा; 4 महार (बॉर्डर); और 118 इन्फैंट्री बटालियन (टीए) ग्रेनेडियर्स शामिल रहे। इन इकाइयों ने प्रशिक्षण के उच्च मानकों को स्थापित करने में उल्लेखनीय योगदान दिया।

वित्तीय प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए एमसीएमएम, जबलपुर; सीआईजेडब्ल्यूएस, वैरिएनगेट; और एमसीईएमई, सिकंदराबाद को सम्मानित किया गया। साथ ही ई-ऑफिस उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए एसीसीएंडएस, अहिल्यानगर और एमसीएमएम, जबलपुर को सराहा गया। यह पहल कागज़ रहित कार्य संस्कृति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

तकनीकी नवाचारों के लिए व्यक्तिगत श्रेणी में लेफ्टिनेंट कर्नल अनुज चंद्र श्रीवास्तव, लेफ्टिनेंट कर्नल अभिलाष आनंद, कैप्टन आर सुशील कुमार अय्यर सहित अन्य अफसरों और जेसीओ/एनसीओ को तकनीकी उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए गए।

स्पॉट प्रशंसा पत्र से मुख्यालय आरट्रैक के कर्नल के. सुंदरेश, हिमाचल पुलिस की कांस्टेबल सुनीता देवी, सीपीडब्ल्यूडी के श्री कैलाश चंद और एमेच्योर ड्रामेटिक्स क्लब के श्री रमेश चंद को भी सम्मानित किया गया।

अपने संबोधन में सेना कमांडर ने भारतीय सेना के ‘परिवर्तन के दशक’ और ‘प्रौद्योगिकी अवशोषण वर्ष’ की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि आर्ट्रैक ने 57 पहलें शुरू की हैं, जिनमें बल पुनर्गठन, तकनीकी समावेशन, प्रशिक्षण आधुनिकीकरण आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 2030 तक 33 आला तकनीकों के अवशोषण के लिए 15 प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों को विशेषज्ञता केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।

प्रशिक्षण वर्ष 2024-25 में 22 विशिष्ट तकनीकों पर 18,000 सैनिकों को प्रशिक्षित किया गया, जबकि 2025-26 में 12,000 और कर्मियों को प्रशिक्षण देने की योजना है। उन्होंने यह भी बताया कि सेना में 1,800 से अधिक महिलाएं सेवा दे रही हैं और आर्ट्रैक महिला अधिकारियों के लिए लैंगिक समानता के साथ प्रशिक्षण की दिशा में कार्य कर रहा है।

अंत में उन्होंने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि उनका प्रदर्शन अन्य सैन्यकर्मियों को प्रेरित करता रहेगा।

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