एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। आयुर्वेदिक अस्पताल छोटा शिमला में सफाई मजदूरों को चार महीने से वेतन नहीं मिलने और सुरक्षा कर्मियों को जबरन नौकरी से निकाले जाने के विरोध में सीटू जिला कमेटी शिमला ने शुक्रवार को जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, जिला कोषाध्यक्ष बालक राम, जिला सचिव हिमी देवी समेत कई पदाधिकारी और मजदूर शामिल हुए।
प्रदर्शन के बाद सीटू प्रतिनिधिमंडल ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक से मिलकर मजदूरों का वेतन तुरंत जारी करने और निकाले गए सुरक्षा कर्मियों की बहाली की मांग की। सीटू नेताओं ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर शीघ्र मांगें नहीं मानी गईं तो मजदूर हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे और अस्पताल की सफाई व्यवस्था ठप्प हो जाएगी।
सीटू नेताओं ने आरोप लगाया कि मजदूरों पर बंधुआ मजदूरी थोपी जा रही है। चार महीने से वेतन न मिलने से मजदूर और उनके परिवार भुखमरी की कगार पर हैं। श्रम कानूनों की खुली अवहेलना की जा रही है। श्रम कार्यालय में विवाद उठाने के बावजूद आठ महीने से श्रम अधिकारी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि यह सब ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत का परिणाम है।
मजदूरों को छुट्टियों, पहचान पत्र, सैलरी स्लिप, वर्दी, ईपीएफ और ईएसआई जैसी बुनियादी सुविधाएं तक नहीं दी जा रही हैं। उनसे अतिरिक्त कार्य करवाया जा रहा है लेकिन उसका भुगतान नहीं हो रहा। हिमाचल विधानसभा के नियमों के बावजूद मजदूरों को नियुक्ति के तीन दिन के भीतर पहचान पत्र नहीं दिया गया।
सीटू ने चेतावनी दी कि अगर मजदूरों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया गया और श्रम कानूनों को लागू नहीं किया गया, तो आने वाले समय में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
