एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। नगरपरिषद रामपुर में कार्यरत ठेका मजदूरों को जून माह का वेतन समय पर न मिलने, श्रम कानूनों की खुलेआम अवहेलना और सेफ्टी मानकों के अभाव के विरोध में नगरपरिषद ठेका मजदूर यूनियन (संबंधित सीटू) ने आज नगरपरिषद कार्यालय के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शन को सीटू जिला अध्यक्ष कुलदीप सिंह, यूनियन अध्यक्ष देविंदर, मिलाप नेगी, ललिता व मंजू सहित कई नेताओं ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नगरपरिषद प्रबंधन, ठेकेदार और श्रम विभाग की मिलीभगत के चलते नगरपरिषद के अंतर्गत कार्यरत सफाई कर्मियों के साथ अन्याय हो रहा है।
नेताओं ने आरोप लगाया कि कॉन्ट्रैक्ट लेबर एक्ट 1970 की धारा 21(4) के अनुसार मजदूरों को हर माह की 7 तारीख तक वेतन दिया जाना अनिवार्य है, लेकिन अभी तक जून माह का वेतन नहीं मिला है। यदि ठेकेदार वेतन नहीं देता, तो यह नगरपरिषद की जिम्मेदारी है कि वह मजदूरों को वेतन उपलब्ध कराए, लेकिन प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी बताया कि मजदूरों को न कोई सेफ्टी गियर दिया गया है, न मास्क, न दस्ताने, न ही जूते। मजदूर फटे-पुराने गमबूटों में कार्य करने को मजबूर हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य के साथ गंभीर खिलवाड़ हो रहा है।
वेतन मांगने पर ठेकेदार और नगरपरिषद प्रबंधन द्वारा नौकरी से निकालने की धमकियाँ दी जा रही हैं, जो न केवल अमानवीय है बल्कि श्रम कानूनों का सीधा उल्लंघन भी है। मजदूरों को न तो वेतन स्लिप दी जा रही है, न ही किसी प्रकार की छुट्टियों का प्रावधान है।
वक्ताओं ने कहा कि भारी महंगाई के दौर में जब तेल, दाल, आटा, सब्जी, रसोई गैस व किराए जैसी आवश्यक वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं, ऐसे समय पर मजदूरों को समय पर वेतन न मिलना उनकी आजीविका पर सीधा प्रहार है।
यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि मजदूरों को शीघ्र वेतन नहीं दिया गया और श्रम कानूनों को लागू नहीं किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा और कूड़ा उठाने का कार्य पूर्णतः बंद किया जाएगा।
प्रदर्शन में देवेंद्र, मोती राम, अनूप, नीलम, मनिता, तारामणि, रजनी, मंजीत, किरण, सुशीला, सोमारी, सोनी, फूलवती, सीता, उस्तानी, बीरमानिय, सोनिया, चिंता सहित दर्जनों मजदूरों ने भाग लिया।
