एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। नगर परिषद रामपुर की मासिक बैठक सोमवार को परिषद अध्यक्ष मुस्कान नेगी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि नगर परिषद के हर वार्ड में आठ-आठ लाख रुपये के विकास कार्यों के टेंडर लगाए जा रहे हैं।
बैठक में यह भी तय किया गया कि जो ठेकेदार कार्य आदेश मिलने के बावजूद लंबे समय से काम शुरू नहीं कर रहे हैं, उन्हें नोटिस भेजा जाएगा। समय पर जवाब न देने पर ऐसे ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
इस संबंध में कार्यकारी अधिकारी बी.आर. नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछली बैठक में 72 लाख रुपये के विकास कार्यों को मंजूरी दी गई थी, जिनमें से 30 लाख रुपये के टेंडर पहले ही लग चुके हैं। शेष कार्यों की सूची इस बैठक में तैयार की गई है।
बरसात के मौसम को देखते हुए शहर की नालियों की सफाई भी कर दी गई है, जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को भी नालियों की सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। एनएचएआई की ओर से नगर परिषद से टिप्पर की मांग की गई थी, जिसे उपलब्ध भी करवाया गया। इसके अलावा, लवी मेले की बकाया राशि जारी करने की मांग स्थानीय प्रशासन से की गई है।
बैठक में पार्षदों ने कहा कि परिषद का कार्यकाल अब केवल चार से पांच महीने शेष है, ऐसे में शेष अवधि में विकास कार्यों में तेजी लाई जानी चाहिए।
बैठक में उपाध्यक्ष विशेषर लाल, पार्षद प्रीति कश्यप, स्वाति बंसल, रोहिताश्व सिंह मेहता, कांता देवी, गोविंद राम, अश्वनी नेगी, मनोनीत पार्षद राकेश गुप्ता, जयश्री गोयल, सुशील ठाकुर, गिरीश गौतम और जेई राजेश शर्मा समेत परिषद कर्मचारी उपस्थित रहे।
चार साल पहले किया काम, आज तक नहीं मिली दिहाड़ी
वार्ड नंबर छह की महिलाओं ने लगभग चार साल पहले वार्ड में 12 दिन कार्य किया था, लेकिन आज तक उन्हें मेहनताना नहीं मिला। इस मुद्दे को वार्ड पार्षद कांता देवी ने बैठक में जोर-शोर से उठाया। उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं ने कार्य किया है, उन्हें उनकी दिहाड़ी तत्काल दी जानी चाहिए। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब भुगतान ही नहीं करना था तो इन महिलाओं से कार्य क्यों करवाया गया?