एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। विकास खंड रामपुर के पंचायत प्रतिनिधियों और सचिवों की समीक्षा बैठक प्रदेश सातवें वित्तायोग अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक नंद लाल की अध्यक्षता में आयोजित गई। बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष चंद्र प्रभा नेगी और खंड विकास अधिकारी राजेंद्र भी विशेष रूप से मौजूद रहे।
बैठक में सामने आया कि शिंगला और रचोली पंचायतें वर्ष 2021-22 से 2024-25 तक वित्तायोग और प्लानिंग फंड के सही उपयोग में अग्रणी रही हैं। वहीं, बौंडा और कूट पंचायतें इस दिशा में सबसे पिछड़ी पाई गईं।
अध्यक्ष नंद लाल ने समीक्षा के दौरान पाया कि अधिकांश पंचायतों में फंड खर्च की रफ्तार बेहद धीमी है। उन्होंने इस पर नाराजगी जताते हुए प्रधानों और सचिवों को निर्देश दिए कि प्राप्त फंड का सही और समयबद्ध उपयोग कर जनता को इसका लाभ पहुंचाया जाए।
उन्होंने यह भी जताया कि कई पंचायत प्रतिनिधियों को यह भी स्पष्ट नहीं है कि उन्हें किस मद में कितना पैसा मिला है और उसे कैसे खर्च करना है। इस पर उन्होंने सभी को बीडीओ रामपुर से संपर्क कर विस्तृत जानकारी एकत्र करने के निर्देश दिए और जल्द कार्य शुरू करने को कहा।
उन्होंने माना कि एफए (FA) जैसी प्रशासनिक अड़चनें कार्यों में बाधा बनती हैं, लेकिन पंचायत प्रधानों के माध्यम से इन्हें दूर करने की आवश्यकता है।
खंड विकास अधिकारी ने जानकारी दी कि वर्ष 2021 से 2025 तक करीब ₹10.47 करोड़ की राशि पंचायतों को वितरित की जा चुकी है, जिसमें से अप्रैल 2024-25 में अब तक वित वर्ष ₹1.70 करोड़ ही खर्च हो पाए हैं। करीब ₹8.80 करोड़ की राशि अब भी शेष है। पंचायतों को यह निर्देश दिए गए हैं कि शेष धनराशि समय पर व्यय कर विकास कार्यों में तेजी लाई जाए।
