एआरबी टाइम्स ब्यूरो
करसोग(मंडी)। प्राकृतिक आपदा से प्रभावित करसोग उपमंडल में राहत और पुनर्वास कार्यों की रफ्तार तेज कर दी गई है। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने रविवार को करसोग क्षेत्र के विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और मौके पर राहत कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने उन शोकाकुल परिवारों से भी मुलाकात की, जिन्होंने इस आपदा में अपनों को खोया है। उन्होंने परिजनों को सांत्वना दी और आश्वस्त किया कि राज्य सरकार और प्रशासन इस कठिन समय में पूरी तरह से उनके साथ खड़े हैं।
उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू स्वयं राहत कार्यों की लगातार निगरानी कर रहे हैं और करसोग क्षेत्र की स्थिति की समय-समय पर जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें प्रति माह 5000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है ताकि वे किराए के मकान में रह सकें।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग और विद्युत विभाग को सड़क, पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं को शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने बताया कि अब तक करसोग क्षेत्र में 4 लाख रुपये से अधिक की फौरी राहत राशि वितरित की जा चुकी है और राहत कार्य लगातार एसडीएम करसोग की देखरेख में जारी हैं।
स्वास्थ्य विभाग को अतिरिक्त दवाइयों की आपूर्ति की गई है, जबकि बीएमओ करसोग को आवश्यक दवाएं और भेजी जा रही हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए पानी उबालकर ही पीएं।
लापता व्यक्तियों की तलाश के लिए सर्च अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें ड्रोन तकनीक की भी मदद ली जा रही है। ड्रोन के माध्यम से सतलुज नदी, निहरी क्षेत्र और कोल डैम में निगरानी की जा रही है।
उपायुक्त ने बताया कि आपदा के दौरान खतरा बने नालों के चैनलाईजेशन का कार्य मनरेगा के तहत किया जाएगा। इसके लिए खंड विकास कार्यालय को डीपीआर तैयार कर भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
इस दौरान उपायुक्त ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत कार्यों की समीक्षा भी की।
इस अवसर पर एसडीएम गौरव महाजन, तहसीलदार डॉ. वरुण गुलाटी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
