एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। उपमंडल रामपुर की जर्जर ज्यूरी-सराहन सड़क पर सफर अब सुगम और आरामदायक होगा। नाबार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक) ने इस 17 किलोमीटर लंबे मार्ग के लिए ₹25.76 करोड़ की डीपीआर को मंजूरी दे दी है। यह सड़क पर्यटन, धार्मिक और सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है।
बनेगी चौड़ी सड़क, मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
लोक निर्माण विभाग, रामपुर द्वारा तैयार की गई डीपीआर को हिमाचल प्रदेश सचिवालय के प्लानिंग एडवाइजर के माध्यम से नाबार्ड को भेजा गया था, जिसे स्वीकृति मिल गई है। इस धनराशि से सड़क की चौड़ाई बढ़ाने, कटिंग, सुरक्षा दीवारें, टारिंग, नालियां और पैरापिट जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। वर्तमान में यह सड़क बेहद तंग और गड्ढों से भरी हुई है, जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
धार्मिक और सामरिक दृष्टि से भी अहम
यह मार्ग प्रसिद्ध भीमाकाली मंदिर सराहन तक पहुंच का मुख्य जरिया है, जहां देश-विदेश से हर वर्ष हजारों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। सड़क की खस्ता हालत के चलते धार्मिक और पर्यटन गतिविधियां प्रभावित हो रही थीं। इसके अलावा, सराहन में आईटीबीपी और एसएसबी की बटालियनें तैनात हैं, जिससे यह मार्ग सामरिक रूप से भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
बागबानों और ग्रामीणों को भी मिलेगी बड़ी राहत
सेब उत्पादन क्षेत्र होने के कारण सराहन के सैकड़ों बागबानों को सीजन के दौरान अपने उत्पाद बाजार तक पहुंचाने में भारी दिक्कत होती थी। सड़क सुधरने से परिवहन आसान होगा और समय व लागत दोनों में बचत होगी।
जल्द शुरू होगा कार्य
एसडीओ, लोक निर्माण विभाग सराहन, राहुल ने बताया कि, सड़क के लिए डीपीआर को मंजूरी मिल चुकी है। अब जल्द ही अन्य औपचारिकताएं पूरी कर काम को गति दी जाएगी।