एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला । अहिल्याबाई होलकर जयंती पर भाजपा कार्यालय दीपकमल में प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई होलकर न केवल एक कुशल प्रशासक थीं, बल्कि महिला सशक्तीकरण की प्रतीक भी थीं। उन्हें आज भी देशभर में रानी और देवी के रूप में पूजा जाता है। उन्होंने अपने पति की मृत्यु के बाद सती प्रथा को अस्वीकार कर शासन संभाला और एक आदर्श प्रशासनिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
अहिल्याबाई ने माहेश्वर को राजधानी बनाकर राज्य की अर्थव्यवस्था को सशक्त किया। उन्होंने कॉटेज इंडस्ट्री को प्रोत्साहन दिया और महेश्वर साड़ी को राष्ट्रीय पहचान दिलाई। उन्होंने देशभर में मंदिर, घाट, कुएं, बावड़ियां और सड़कों का निर्माण करवाया, जिससे समाज में धर्म और संस्कृति को नया बल मिला। रावत ने बताया कि अहिल्याबाई एक साहसी योद्धा भी थीं। उन्होंने सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर कई युद्धों का नेतृत्व किया और आक्रमणकारियों से अपने राज्य की रक्षा की। उनके शासनकाल में न्याय, सेवा और समर्पण का अनुपम उदाहरण मिलता है। भाजपा महिला मोर्चा ने एलान किया कि देश और प्रदेशभर में अहिल्याबाई होलकर के जीवन से प्रेरणा लेकर महिला सशक्तीकरण से जुड़े विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को जागरूक करना और उन्हें नेतृत्व के लिए प्रेरित करना है। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, महामंत्री त्रिलोक कपूर, बिहारी लाल शर्मा और महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्षा वंदना गुलेरिया ने भी भाग लिया।