शिमला। भारतीय जनता पार्टी शिमला के जिलाध्यक्ष केशव चौहान ने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार की ‘जॉब ट्रेनी योजना’ को युवाओं के साथ सबसे बड़ा धोखा करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह योजना राज्य के बेरोजगार युवाओं को गुमराह करने का एक सुनियोजित षड्यंत्र है, जिससे उन्हें रोजगार, सामाजिक सुरक्षा या भविष्य की कोई गारंटी नहीं मिलती।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस योजना के तहत युवाओं को पहले परीक्षा देनी होगी, फिर दो साल अस्थायी तौर पर काम करना होगा, और इसके बाद फिर से परीक्षा देनी पड़ेगी। लेकिन पक्की नौकरी की कोई गारंटी नहीं है। इसके अलावा, युवाओं को न मेडिकल सुविधाएं, न ही आयुष्मान भारत और हिमकेयर जैसी योजनाओं का लाभ मिलेगा। यह नियुक्ति किसी भी सरकारी कर्मचारी श्रेणी में नहीं आती। चुनावों के दौरान कांग्रेस नेताओं की ओर से किए गए 63000 खाली पद भरने और 1 लाख युवाओं को रोजगार देने के दावे पूरी तरह से खोखले साबित हुए हैं। न ही नई भर्तियां हो रही हैं और ना ही कोई प्रक्रिया पारदर्शी है। HPSSC जैसी संस्थाओं को बंद कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार में नौकरियों का लाभ सिर्फ सरकारी मित्रों को मिल रहा है। जैसे वन मित्र, पशु मित्र, मुख्यमंत्री मित्र। बाकी युवा परीक्षा की तैयारी में लगे रहते हैं, लेकिन या तो परीक्षाएं रद्द कर दी जाती हैं या उनके परिणाम रोक दिए जाते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि ‘जॉब ट्रेनी’ जैसी योजनाएं बिना किसी स्पष्ट प्रक्रिया, पारदर्शिता या भविष्य की योजना के लागू की जा रही हैं। यह भ्रामक और असफल प्रयोग है, जो हिमाचल के युवाओं के साथ अन्याय है। BJP की मांग है कि सरकार इस योजना को तुरंत रद्द करे और युवाओं को स्थायी रोजगार देने के लिए पारदर्शी और व्यावहारिक नीति बनाए।
