एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर। रामपुर में आज अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम, 2006 के अंतर्गत एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस शिविर का आयोजन किसान बागवान यूनियन रामपुर द्वारा परिधि गृह में किया गया, जिसका उद्देश्य ग्रामीणों को उनके कानूनी वन अधिकारों के प्रति जागरूक करना था।
कार्यशाला में रामपुर और ननखड़ी खंड की विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। किसान बागवान यूनियन के अध्यक्ष बिहारी सेवगी ने कहा कि यह अधिनियम उन परिवारों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जो वर्ष 2005 से पहले वन भूमि पर आश्रित रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों से पंचायत स्तर पर वन अधिकार समितियों का गठन कर समय रहते अपने दावे प्रस्तुत करने का आह्वान किया, जिससे कि जांच प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भूमि स्वामित्व सुनिश्चित हो सके।
कार्यशाला में स्रोत व्यक्तियों द्वारा विस्तृत जानकारी दी गई कि किस प्रकार समुदाय इस अधिनियम के तहत लाभ उठा सकता है। साथ ही दावे प्रस्तुत करने की प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज़ों की तैयारी और समितियों के गठन की विधि पर भी मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
इस अवसर पर विरेंद्र भलूनी, ओम प्रकाश भारती, शोभा राम चौहान, पदमा कुमारी, चुड़ामणि शर्मा, पूज्य देव शर्मा और विनोद चौहान सहित कई विशिष्टजन मौजूद रहे।