एआरबी टाइम्स ब्यूरो
कुल्लू। कुल्लू अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव 2025 का आगाज इस वर्ष 2 अक्टूबर से होगा, जो 8 अक्टूबर तक चलेगा। ढालपुर मैदान में आयोजित होने वाले इस भव्य आयोजन का मुख्य आकर्षण 8 अक्टूबर को होने वाली अंतरराष्ट्रीय कल्चर परेड होगी। परेड में विदेशों से आए कलाकारों के साथ-साथ भारत के विभिन्न राज्यों से आए कलाकार भी अपनी-अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे। साथ ही, जिला के कई शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राएं भी आकर्षक झांकियों के माध्यम से हिमाचल की सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करेंगे।
अतिरिक्त उपायुक्त अश्वनी कुमार ने इस आयोजन को लेकर शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए जानकारी दी कि इस वर्ष कुल्लू कार्निवाल को और अधिक समावेशी व रचनात्मक बनाने पर बल दिया जाएगा। झांकियों के लिए विशेष प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी जिसमें श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को आकर्षक पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि झांकियों की थीम “हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत” होगी और सभी से रचनात्मकता के साथ प्रस्तुति देने की अपील की गई है।
इस बैठक में सहायक उपायुक्त जयवन्ति ठाकुर, डीएफओ शशि किरण, जिला भाषा अधिकारी प्रोमिला गुलेरिया, तहसीलदार सुरभि नेगी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
6 अगस्त को डूघिलग में दिव्यांगता पुनर्वास शिविर का आयोजन
जिला रेड क्रॉस सोसायटी कुल्लू द्वारा संचालित आदर्श जिला दिव्यांगता पुनर्वास केंद्र कुल्लू (DDRC) के माध्यम से 6 अगस्त को सुबह 10 बजे, ग्राम पंचायत मझाट और डूघिलग के लिए पंचायत घर डूघिलग में दिव्यांगता पुनर्वास एवं आंकलन शिविर का आयोजन किया जाएगा।
सहायक उपायुक्त एवं DDRC की नोडल अधिकारी जयवन्ति ठाकुर ने जानकारी दी कि जिन दिव्यांगजनों का मेडिकल बोर्ड द्वारा आकलन हो चुका है, उन्हें आवश्यक सहायक उपकरण प्रदान करने हेतु केस बनाए जाएंगे। शिविर का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों की पुनर्वास आवश्यकताओं का मूल्यांकन, सरकारी योजनाओं से जोड़ना, नए मामलों की पहचान तथा विलंबित विकास वाले बच्चों को शीघ्र हस्तक्षेप के लिए रेफर करना है।
इसके अलावा, शिविर में दिव्यांगता की रोकथाम व प्रारंभिक पहचान से जुड़े सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। गतिशीलता प्रशिक्षक निर्धारित प्रारूप में सर्वेक्षण कर डेटा एकत्रित करेंगे।
