एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। विकास खंड रामपुर 37 पंचायतों में वर्ष 2024-25 के लिए 15वें वित्त आयोग द्वारा जारी की गई 12.98 करोड़ रुपये की राशि में से अब तक केवल 3.26 करोड़ रुपये ही खर्च किए गए हैं। जिस कारण 9 करोड़ रुपये पंचायतों के खातों में पड़े रह गए हैं, जिससे ग्रामीण विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
जिसे लेकर आज समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता स्थानीय विधायक नंदलाल ने की। बैठक में एसडीएम हर्ष अमरेंद्र सिंह और खंड विकास अधिकारी राजेंद्र नेगी भी उपस्थित रहे। बीडीओ ने जानकारी दी कि यह बैठक पंचायतों में पड़े फंड की स्थिति और विकास गतिविधियों की समीक्षा हेतु बुलाई गई थी।
बैठक में खुलासा हुआ कि अधिकतर पंचायत प्रतिनिधि, तकनीकी सहायक और पंचायत सचिवों को कहना है कि अधिकतर काम पूरे हो चुके हैं लेकिन उनकी जीओ टेगिंग होना होनी शेष है, जिस कारण भुगतान नहीं हो रहा है। इस पर विधायक नंदलाल ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि जब फंड उपलब्ध है, तो उसका उपयोग न होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
विधायक ने सभी पंचायतों से आग्रह किया कि एफआरए के तहत लंबित कार्यों के कागजात शीघ्र वन विभाग से प्राप्त कर विकास कार्यों को पूरा करें।
बैठक में तकलेच पंचायत की सराहना की गई जिसने 15वें वित्त आयोग की पूरी राशि को खर्च किया है। वहीं, काशापाट, कूट, क्याव, फांचा, जघोरी जैसी दुर्गम पंचायतों में अब भी बड़ी राशि खातों में पड़ी हुई है।
समीक्षा बैठक में मनरेगा, एमएलए फंड, बीडीसी और जिला परिषद फंड को समय पर खर्च करने के निर्देश भी दिए गए।