
एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। रामपुर उपमंडल के दारन गांव में लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन का खतरा गहराता जा रहा है। गांव की सड़क पूरी तरह धंस चुकी है और उस पर गहरी दरारें पड़ चुकी हैं। यही नहीं, दो से तीन कैचिंयां अब एक साथ धंसकर और भी बड़ा खतरा बन चुकी हैं, जिससे ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है।
इसी को देखते हुए विधायक नंद लाल, जो कि सातवें वित्तायोग के अध्यक्ष भी हैं, ने बुधवार को दारन गांव का दौरा किया। उनके साथ एसडीएम रामपुर हर्ष अमरेंद्र सिंह सहित लोक निर्माण विभाग , वन विभाग, जल शक्ति विभाग और बीडीओ भी उपस्थित थे। ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए विधायक ने सभी विभागों को समन्वय बनाकर राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि गांव को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।
सड़क बहाल करने का कार्य बारिश रुकते ही होगा शुरू
लोनिवि एक्सईन शक्ति सिंह ने बताया कि ग्रामीणों और विभाग की सहमति से जैसे ही बारिश रुकेगी, सड़क बहाल करने और सुरक्षा दीवारें (डंगे) लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
दारन गांव में करीब 300 लोग निवास करते हैं और यह गांव अब सीधा भूस्खलन की जद में है। ग्रामीण रातें डर के साए में बिताने को मजबूर हैं।
सेब सीजन पर भी संकट
दारन क्षेत्र में 20 अगस्त से सेब सीजन शुरू होने वाला है। यहां से 25,000 सेब पेटियां निकलती हैं, लेकिन सड़क धंसने से उन्हें मंडियों तक पहुंचाना बागवानों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
पंचायत प्रधान त्रिलोक कुमार ने बताया कि गांव के नीचे हो रहा लगातार भूस्खलन लोगों के लिए गंभीर चिंता का विषय है। भारी बारिश की स्थिति में हालात और बिगड़ सकते हैं।
