एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। हिमाचल किसान सभा और रामपुर हाइड्रो प्रोजेक्ट प्रभावित कमेटी द्वारा 412 मेगावाट की परियोजना से प्रभावित किसानों की मांगों को लेकर आज उपमंडल अधिकारी (SDM) कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान किसान सभा के राज्य महासचिव राकेश सिंहा, जिला महासचिव देवकी नंद, जिला अध्यक्ष प्रेम चौहान और राज्य सचिव पुराण ठाकुर ने प्रदर्शन को संबोधित किया।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि रामपुर जलविद्युत परियोजना का कार्य वर्ष 2014 में पूर्ण हो चुका था और तभी से बिजली उत्पादन शुरू हो गया था। इसके बावजूद, वर्ष 2010 से 2014 तक धूल से फसल को हुए नुकसान का मुआवजा आज तक नहीं दिया गया। इसके साथ ही, वर्ष 2018 से अब तक कुल बिजली उत्पादन का एक प्रतिशत जो रॉयल्टी के रूप में प्रभावित परिवारों को दिया जाना था, वह भी वितरित नहीं हुआ है।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते यह राशि प्रभावित परिवारों को नहीं दी गई, तो आंदोलन को और अधिक उग्र रूप दिया जाएगा। बाद में किसानों की उपमंडल अधिकारी निरमंड के साथ बैठक हुई। बैठक में यह सहमति बनी कि एक प्रतिशत रॉयल्टी की राशि प्रभावित परिवारों को 1 सितंबर से पहले वितरित की जाएगी, और धूल से फसल के नुकसान का मुआवजा भी शीघ्र दिया जाएगा।
प्रदर्शन में परस राम, सुन्नी राणा, सुभाष, किरण देवी, फूला देवी, संतोष कुमारी, शारदा देवी, योगा देवी, मिलाप, टीकम, शिव राम, दौलत राम, रूप लाल आदि किसान उपस्थित रहे।
