रामपुर बुशहर(एआरबी टाइम्स)। बुशहर बीएड संस्थान कलना (नोगली) में रविंद्र नाथ टैगोर की 164वीं जयंती पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और टैगोर के जीवन, कृतित्व और शैक्षणिक दृष्टिकोण पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप-प्राचार्य राजेंद्र नेगी ने की। उन्होंने कहा कि उनके आदर्श आज भी शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।
उन्होंने प्रशिक्षुओं से आह्वान किया कि वे टैगोर के विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करें। प्रतियोगिता में कृष्णा भारती, अनामिका जोशी और पल्लवी ने टैगोर के शिक्षा क्षेत्र में योगदान पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि टैगोर को 1913 में गीतांजलि के लिए नोबेल पुरस्कार मिला और वे भारत के राष्ट्रगान “जन गण मन” तथा बांग्लादेश के राष्ट्रगान “आमार सोनार बांग्ला” के रचयिता हैं। इस अवसर पर संस्थान अध्यक्ष पवन आनंद, कोषाध्यक्ष हितेंद्र गुप्ता, सचिव ई. राजीव शर्मा, प्राचार्य डॉ. तिलक राज भारद्वाज, सहायक आचार्य राकेश ठाकुर, तपस्या शर्मा, नरेंद्र ठाकुर और नवनीत चौहान भी उपस्थित रहे।