एआरबी टाइम्स ब्यूरो
मंडी। किसानों की बेदखली रोकने, 5 बीघा भूमि देने, मकानों का मालिकाना हक सुनिश्चित करने, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और चिट्टे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर हिमाचल किसान सभा की जोगिंदर नगर कमेटी ने एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना दिया। डेढ़ महीने चले अभियान में 84 पंचायतों में बैठकें और 3 बड़े प्रदर्शन आयोजित किए गए। धरने का नेतृत्व जिला अध्यक्ष एवं जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने किया। इस मौके पर रविंदर कुमार, नीलम वर्मा, तिलक ठाकुर, रूप सिंह, संजय कुमार सहित कई कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
कुशाल भारद्वाज ने मांग की कि किसानों की बेदखली तुरंत रोकी जाए और 5 बीघा तक भूमि मुफ्त दी जाए। वनाधिकार कानून 2006 को लागू कर किसानों को रेगुलर पट्टे प्रदान किए जाएं। जोगिंदर नगर में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में एम.डी., हड्डी रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, चर्म रोग विशेषज्ञ और सर्जन के पद रिक्त हैं। अल्ट्रासाउंड मशीन के लिए 18 वर्षों से सोनोग्राफर की नियुक्ति नहीं हुई है। चौंतड़ा सीएचसी में गायनी विशेषज्ञ व अन्य डॉक्टरों की नियुक्ति भी जरूरी है।
चिट्टे के बढ़ते खतरे पर किसान सभा ने आरोप लगाया कि नशा तस्करों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है, जिससे पुलिस की कार्रवाई कमजोर है। चिट्टा रोकने के लिए विशेष अभियान चलाने और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की गई। जोगिंदर नगर में डीएसपी का नया पद सृजित करने तथा पुलिस चौकियों में स्टाफ बढ़ाने की भी मांग रखी गई।
इसके अलावा, कून का तर के पैदल पुल की 10 दिन में मरम्मत, ट्रैफिक ब्रिज निर्माण में तेजी, और मंडी से बटधार तक बस सेवा शुरू करने की मांगें भी ज्ञापनों में शामिल रहीं।