एआरबी टाइम्स ब्यूरो
चौपाल(शिमला)। चौपाल, हिमाचल प्रदेश – शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शुक्रवार को चौपाल उपमंडल की ग्राम पंचायत नन्हार में सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम के तहत जनसमस्याएं सुनीं और मौके पर ही कई मांगों के समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता लोगों की समस्याओं का समयबद्ध समाधान है और इसी सोच के साथ यह कार्यक्रम शुरू किया गया है।
कार्यक्रम की शुरुआत में पंजीकृत तीन शिकायतों का तुरंत समाधान किया गया, वहीं कार्यक्रम के दौरान प्राप्त 23 से अधिक मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार का आश्वासन दिया गया। शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि चौपाल विधानसभा क्षेत्र के समग्र विकास के लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी।
शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर शिक्षा क्षेत्र की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 2016 से लंबित 1900 प्रिंसिपलों की नियुक्ति की गई है और राज्य के 105 कॉलेजों को स्थायी प्राचार्य मिले हैं। उन्होंने बताया कि टीजीटी के 937 पद भरने की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है और पीजीटी के 700 पदों पर नियुक्ति भी की गई है। एनटीटी और आया के 6200-6200 पदों को भरने की प्रक्रिया जारी है। प्रदेश के शिक्षकों और छात्रों के लिए सिंगापुर एक्सपोज़र विजिट जैसे कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पहली बार सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से ही अंग्रेज़ी अनिवार्य की गई है और स्मार्ट यूनिफॉर्म की शुरुआत भी हुई है। शिक्षा विभाग के लिए इस वर्ष 9800 करोड़ रुपये का सर्वाधिक बजट रखा गया है, जो राज्य सरकार की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाता है।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने 1.75 करोड़ रुपये की लागत से बने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नन्हार के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने स्कूल के लिए अतिरिक्त बजट, फर्नीचर, दीवार निर्माण और प्राथमिक विद्यालय के लिए 5 लाख रुपये की घोषणा की।
कार्यक्रम में छात्राओं और महिला मंडल की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने समां बांधा, जिसके लिए मंत्री ने 15-15 हजार रुपये देने की घोषणा की।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, एसपी रत्तन नेगी, एसडीएम हेम चंद वर्मा, पूर्व प्रदेश महासचिव रजनीश किमटा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।