एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि गृहरक्षा विभाग में 700 पद भरे जाएंगे। राज्य सरकार इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगी। रविवार को शिमला जिले के बल्देयां स्थित राज्य अग्निशमन प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित अग्निशमन सेवा सप्ताह के समापन समारोह में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने 13 नए अग्निशमन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अग्निशमन सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि कठिन और खतरनाक परिस्थितियों में लोगों की जान और संपत्ति की रक्षा करना न केवल एक जिम्मेदारी है बल्कि एक महान सेवा भी है। उन्होंने अग्निशमन, होमगार्ड और पुलिस कर्मियों के साहस और समर्पण की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार अग्निशमन सेवाओं को आधुनिक तकनीक और संसाधनों से सुसज्जित कर रही है ताकि आपातकालीन स्थितियों में समयबद्ध और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। समारोह में मुख्यमंत्री ने वर्ष 2009 में सोलन जिले के नालागढ़ में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए अग्निशमन कर्मियों, जोगिंदर पाल और घनश्याम के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की। इसके साथ ही अग्निशमन सेवा सप्ताह के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। उन्होंने वर्ष 2023 की विनाशकारी बारिश और भूस्खलनों के दौरान फायर, होमगार्ड और एसडीआरएफ कर्मियों की भूमिका की सराहना की और कहा कि ऐसे संकटों में इन सेवाओं ने सराहनीय योगदान दिया। सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार प्राकृतिक आपदाओं और राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि सरकार ने भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई कर 2200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया है।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में सुधार की बात करते हुए कहा कि प्रारंभ में 100 सरकारी स्कूलों में सीबीएसई पाठ्यक्रम लागू करने की योजना पर विचार किया जा रहा है। इसके अलावा राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि इन सुधारों के सकारात्मक परिणाम जल्द सामने आएंगे। समारोह में मुख्यमंत्री ने अग्निशमन विभाग की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और परेड की सलामी ली, जिसका नेतृत्व नितिन धीमान ने किया। अग्निशमन सेवा निदेशक सतवंत अटवाल ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और विभाग की गतिविधियों की जानकारी दी। सप्ताह भर चले कार्यक्रम के दौरान विभिन्न जागरुकता गतिविधियां और फायर फाइटिंग का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। समारोह के दौरान इस अवसर पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, महापौर सुरेन्द्र चौहान भी मौजूद रहे।