एआरबी टाइम्स ब्यूरो
बिलासपुर । झंडूता विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की ओर से आयोजित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और उनके द्वारा निर्मित संविधान का अपमान किया है। जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बाबा साहेब के पार्थिव शरीर को दिल्ली में अंतिम संस्कार की अनुमति तक नहीं दी और उनके योगदान को न तो उनके जीवनकाल में और न ही उनके निधन के बाद सम्मान दिया।
- बिलासपुर के झंडूता में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान में शामिल हुए लोग।
उन्होंने कहा कि संविधान सभा से उन्हें हटाने के लिए निरंतर साज़िशें चलाई गईं। प्रधानमंत्री नेहरू ने बाबा साहेब को लोकसभा में पहुंचने से रोकने के लिए लगभग 75 हजार वोटों को अमान्य करवा दिया, जो देश की पहली बूथ कैप्चरिंग थी। मंत्रिमंडल से बाहर रखने के प्रयास भी किए गए। इतना ही नहीं, उनकी मृत्यु के बाद कांग्रेस सरकारों ने न तो उनका कोई स्मारक बनवाया और न ही उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया। संविधान की आत्मा को बदलने की कोशिशें लगातार की गईं। इंदिरा गांधी ने आपातकाल के दौरान संविधान के प्रावधानों को बदला और 35(A) जैसे समानता विरोधी कानून को जम्मू-कश्मीर में लागू किया। धारा 370 के कारण कश्मीर में दलितों को आरक्षण से वंचित रखा गया, और कश्मीर के वाल्मीकि समाज के लोग मल उठाने तक मजबूर हुए।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी के शासनकाल में ‘कंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया’ को ‘कंस्टीट्यूशन ऑफ इंदिरा’ में बदल दिया गया था। कांग्रेस नेताओं ने ‘इंडिया इज इंदिरा और इंदिरा इज इंडिया’ जैसे नारे देकर संविधान का अपमान किया। कांग्रेस ने संविधान के अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग करके 90 बार चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त किया। इंदिरा गांधी ने अकेले 50 बार इस अनुच्छेद का प्रयोग किया और विरोधी दलों की सरकारों को गिराया। इसके अलावा, उन्होंने प्रधानमंत्री के खिलाफ मुकदमा चलाने के अधिकार को भी रद्द कर दिया था। कांग्रेस ने बाबा साहेब का कोई भी स्मारक बनाने नहीं दिया। लेकिन जब केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आई, तो अंबेडकर सेंटर की स्थापना की गई और बाबा साहेब से जुड़े स्थानों को ‘पंच तीर्थ स्मारक’ के रूप में विकसित किया गया।