एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) ने छात्रों को शैक्षणिक सत्र 2025-26 से एक साथ दो डिग्री या डिग्री के साथ डिप्लोमा कोर्स करने की सुविधा देने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के प्रावधानों के अनुरूप लिया गया है और विश्वविद्यालय प्रशासन ने इससे जुड़े नियमों को अधिसूचित कर दिया है। HPU के डीन ऑफ स्टडीज प्रो. बीके शिवराम ने जानकारी दी कि यह सुविधा विवि परिसर, पीजी प्रोफेशनल संस्थानों और उससे संबद्ध डिग्री कॉलेजों के विद्यार्थियों को मिलेगी। छात्र अब किसी भी संकाय से संबंधित कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं, बशर्ते वे निर्धारित पात्रता मापदंडों को पूरा करते हों। HPU का यह कदम नई शिक्षा नीति को लागू करने की दिशा में बड़ा बदलाव माना जा रहा है, जिससे छात्रों को बहु-विषयक शिक्षा और करियर विकल्पों का लाभ मिलेगा।
📌 दो डिग्री की अनुमति कैसे मिलेगी?
एक डिग्री रेगुलर मोड में और दूसरी डिग्री ऑनलाइन या डिस्टेंस एजुकेशन मोड में की जा सकती है।
दोनों कोर्स एक ही समय-सारणी में टकराव नहीं करने चाहिए।
छात्र एक डिग्री HPU से और दूसरी किसी अन्य मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से भी कर सकते हैं।
दोनों विश्वविद्यालयों की मान्यता UGC की ओर से निर्धारित होनी चाहिए।
❌ पीएचडी के साथ दोहरी डिग्री नहीं
हालांकि, विश्वविद्यालय ने यह स्पष्ट किया है कि PhD कार्यक्रम के साथ किसी अन्य डिग्री या डिप्लोमा कोर्स की अनुमति नहीं होगी।
📋 शपथ पत्र और पंजीकरण अनिवार्य
छात्रों को शपथ पत्र परीक्षा नियंत्रक को देना होगा।
साथ ही, नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी (NAD) और अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC) में पंजीकरण जरूरी होगा।