एआरबी टाइम्स ब्यूरो
सरकाघाट(मंडी) नेशनल हाईवे निर्माण कार्य में लापरवाही व पर्यावरणीय मानकों की अनदेखी को लेकर सरकाघाट पुलिस थाने में गावर कंस्ट्रक्शन कंपनी, एलएन मालवीय व अन्य अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए शिकायत दी गई है। यह शिकायत पूर्व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में एनएच प्रभावितों के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा दर्ज करवाई गई।
शिकायत में गावर कंपनी के साथ-साथ निर्माण की गुणवत्ता जांचने वाली एलएन मालवीय कंपनी, और भारत सरकार के परियोजना निदेशक (MoRTH, हमीरपुर) को भी पक्षकार बनाया गया है। एफआईआर दर्ज करने की मांग भारतीय दंड संहिता की धाराओं 270, 279, 280, 285, 288, 290, 324(1), 326(A) व 326(B) और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1999 के तहत की गई है।
शिकायत में कहा गया है कि सरौन-अवाहदेवी से सरकाघाट-पाड़छु तक यूनिट-1 का कार्य चार वर्षों से अधूरा पड़ा है। दर्जनों घरों के पास सुरक्षा दीवारें न होने से गिरने का खतरा बना है। सड़कें, लिंक रोड, हैंडपंप, और पेयजल स्रोतों को नुकसान पहुंचा है, जिससे ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।चोलथरा, रखोह, सरौर, परसदा, दमसेहड़ा सहित कई स्थानों पर सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिससे वाहन दुर्घटनाएं बढ़ी हैं और बारिश में स्थिति और गंभीर होने की आशंका है। इसके अलावा, कलोट-रखोह, टटीह, सरौर और गासियां खड्ड-पाड़छु में अवैध डंपिंग, खनन और प्रदूषण नियंत्रण मानकों के उल्लंघन की बात भी शिकायत में दर्ज की गई है। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मूलभूत समस्याओं और कंपनी की लापरवाहियों के बावजूद प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है, जिससे लोगों में आक्रोश है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो हिमाचल किसान सभा और अन्य संगठन प्रशासन के खिलाफ आंदोलन छेड़ेंगे।शिकायत देने वालों में प्रमुख रूप से रणताज राणा, दिनेश काकू, बीडी शर्मा, पूर्ण चंद पराशर, अमृत लाल, अविनाश चंदेल, श्रवण कुमार, ओंकार सिंह, प्रधान सलिता देवी और ठेकेदार रमेश ठाकुर शामिल थे।
प्रमुख मांगें:
तत्काल एफआईआर दर्ज हो
दोषियों पर कड़ी कार्रवाई
एनएच प्रभावितों को शीघ्र मुआवजा व पुनर्वास