एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। खंड विकास कार्यालय रामपुर के सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला परिषद अध्यक्ष एवं सराहन वार्ड से सदस्य चंद्र प्रभा नेगी ने पंचायतों द्वारा जिला परिषद फंड के खर्च न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-22 का फंड अब तक कई पंचायतों में खर्च नहीं हो पाया है, जिससे स्पष्ट होता है कि पंचायत प्रधानों और सचिवों के बीच आपसी समन्वय की भारी कमी है।
बैठक का उद्देश्य प्रधानों और सचिवों के बीच बेहतर सामंजस्य स्थापित करना था, ताकि लंबित फंड का जल्द उपयोग कर ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पंचायतों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करें।
चंद्र प्रभा नेगी ने यह भी कहा कि जो भी कार्य जिला परिषद फंड से पूरे किए जा रहे हैं, उन पर यह स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए कि यह राशि जिप फंड से प्राप्त हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ पंचायतें इस फंड को खर्च करने में अब तक शून्य साबित हुई हैं, जो चिंता का विषय है।
बैठक में झाकड़ी वार्ड की जिप सदस्य बिमला शर्मा ने जानकारी दी कि उनके वार्ड में करीब 60% फंड खर्च हो चुका है, जबकि शेष राशि के तहत कुछ कार्य प्रारंभ हो चुके हैं और कुछ तकनीकी अड़चनों या एफआई (FA) की प्रक्रिया के कारण रुके हुए हैं।
वहीं नरैण वार्ड के सदस्य त्रिलोक भलूनी ने बताया कि उनके क्षेत्र में केवल 50% फंड ही खर्च हो पाया है, जो अपेक्षा से काफी कम है। उन्होंने पंचायत सचिवों और प्रधानों से आग्रह किया कि समय रहते फंड खर्च करें, ताकि ग्रामीणों को विकास का प्रत्यक्ष लाभ मिल सके। बैठक में बीडीओ रामपुर राजेंद्र नेगी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।