एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। हिमाचल प्रदेश के छह बार रहे मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की याद में उनकी जन्मस्थली सराहन बुशहरमें प्रस्तावित प्रतिमा स्थापना से पहले कलश यात्रा का शुभारंभ किया गया। यह यात्रा उनके योगदान को सम्मान और श्रद्धा के साथ याद करने का माध्यम बनी।
प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह ने किया यात्रा का शुभारंभ
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और सांसद प्रतिभा सिंह रहीं, जो वीरभद्र सिंह की धर्मपत्नी हैं। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, जो उनके पुत्र हैं, ने भी इस अवसर पर भावुक होकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने इसे अपने पिता के प्रति श्रद्धांजलि और जनसमर्पण का प्रतीक बताया।
54 पंचायतों से लाई जाएगी पवित्र मिट्टी
रामपुर क्षेत्र की 54 पंचायतों से पवित्र मिट्टी एकत्रित की जाएगी, जिसे वीरभद्र सिंह की प्रतिमा स्थल पर कलश यात्रा के माध्यम से पहुंचाया जाएगा। यह प्रयास न केवल सांस्कृतिक महत्व रखता है, बल्कि क्षेत्रीय एकता और वीरभद्र सिंह के प्रति जनभावना का भी प्रतीक है।
सामूहिक स्मृति और प्रेरणा का प्रतीक बनेगी यात्रा
बुशहर कल्चर एवं एनवायरनमेंट संगठन के अध्यक्ष राहुल सोनी ने इसे केवल धार्मिक अनुष्ठान न मानते हुए एक सामूहिक स्मृति और प्रेरणा का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा वीरभद्र सिंह की स्मृति को चिरस्थायी बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।
वीरभद्र सिंह की प्रतिमा होगी 8 फुट ऊंची, तांबे से निर्मित
प्रतिमा 8 फुट ऊंची और तांबे से निर्मित होगी, जिसकी अनुमानित लागत 15 लाख रुपये है। यह प्रतिमा वर्षों तक सुरक्षित बनी रहे, इसके लिए तांबे का प्रयोग किया जा रहा है। कलश यात्रा सराहन से शुरू होकर शाहधार, किन्नू, मशनु और गौरा होते हुए आगे बढ़ेगी।