एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मंगलवार को शिमला जिला के रामपुर स्थित ऐतिहासिक पदम महल परिसर में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की चतुर्वार्षिक श्राद्ध के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यपाल ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने धर्मांतरण के विरुद्ध कानून बनाकर प्रदेश की संस्कृति और आस्था की रक्षा की, जो उनकी देवभूमि हिमाचल के प्रति गहरी निष्ठा और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह ने प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान और पवित्रता को सुरक्षित रखने के लिए निःस्वार्थ भाव से कार्य किया, जिससे वे एक सच्चे सांस्कृतिक संरक्षक के रूप में स्थापित हुए।
राज्यपाल ने उन्हें महान राजनेता, दूरदर्शी नेतृत्वकर्ता और जनता के सच्चे सेवक के रूप में स्मरण किया। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह का प्रदेश के चहुँमुखी विकास में योगदान आज भी जनमानस में अमिट है और उनका जीवन आगामी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बना रहेगा।
अंत में राज्यपाल ने वीरभद्र सिंह की धर्मपत्नी और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह तथा उनके पुत्र, लोनिवि मंत्री विक्रमादित्य सिंह को सांत्वना भी दी।