एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। हिमाचल किसान सभा रामपुर की ओर से 412 मेगावाट रामपुर हाइड्रो प्रोजेक्ट से प्रभावित किसानों की बैठक आज किसान मजदूर भवन चाटी में आयोजित हुई। बैठक में किसानों की वर्षों पुरानी समस्याओं पर गंभीर चर्चा हुई और आगामी 9 जुलाई को निरमंड में एक बड़े विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनाई गई।
बैठक को संबोधित करते हुए किसान सभा के राज्य सचिव डॉ. ओंकार शाद, जिला अध्यक्ष पूर्ण ठाकुर, महासचिव देवकीनंद व रणजीत ठाकुर ने कहा कि रामपुर हाइड्रो प्रोजेक्ट वर्ष 2014 से बिजली उत्पादन कर रहा है और प्रतिदिन करोड़ों की बिजली तैयार हो रही है। इसके बावजूद परियोजना से प्रभावित किसानों को आज भी उनका हक नहीं मिला है।
उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट निर्माण के दौरान 2010 से 2014 तक धूल के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ, लेकिन इन चार वर्षों का मुआवजा अब तक नहीं दिया गया है। साथ ही प्रोजेक्ट से प्रभावित परिवारों को कुल उत्पादन की एक प्रतिशत राशि 2017 के बाद से नहीं मिली है।
वक्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार और प्रशासन को कई बार ज्ञापन दिए गए हैं, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिले हैं, समाधान नहीं। यह सरकार और प्रशासन की किसानों के प्रति उदासीनता को दर्शाता है।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 9 जुलाई को प्रदेश सरकार को एक मांग पत्र सौंपा जाएगा। बैठक में दयाल भाटनू, दुर्गा नंद, परस राम, दाता राम जीशतू, संजीव, रामकिशन, दौलत राम, नूरमा देवी, ज्ञान चंद, पूनम, विद्या देवी, महेश, पुष्पा देवी, चंद्र प्रकाश, बुध राम सहित कई किसान उपस्थित रहे।