एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। जिला परिषद शिमला की त्रैमासिक बैठक उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन सभागार में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष चंद्र प्रभा नेगी ने की। बैठक की शुरुआत पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए दो मिनट के मौन और हमले की निंदा प्रस्ताव से हुई।
बैठक में पिछली बैठक में रखे गए प्रस्तावों एवं प्रश्नों पर संबंधित विभागों की कार्रवाई पर विस्तृत चर्चा हुई। अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि सदस्यों द्वारा उठाए गए विषयों पर समयबद्ध कार्यवाही होनी चाहिए, ताकि आम जनता को बुनियादी सुविधाएं समय पर मिल सकें।
चंद्र प्रभा ने अनुपस्थित अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की अनुपस्थिति से विकास कार्यों की सही स्थिति का आंकलन नहीं हो पाता। बैठक में पर्यटन, बागवानी, सड़क, जल आपूर्ति, स्वास्थ्य, शिक्षा, पशुपालन, कृषि, पंचायती राज, सामाजिक न्याय, परिवहन आदि से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। ग्राम पंचायतों की मनरेगा शेल्फों को भी सदन में पारित किया गया।
सदस्य नीमा जस्टा ने चौपाल क्षेत्र में बस सेवाओं की कमी और खराब बसों का मुद्दा उठाया, जिस पर संबंधित अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार की स्क्रैप नीति के तहत कई बसें बंद करनी पड़ीं, लेकिन जल्द ही नई बसें सेवा में जोड़ी जाएंगी।
सदस्य सुभाष कैंथला ने कुमारसैन या नारकंडा में वाहन प्रदूषण जांच केंद्र की मांग रखी, साथ ही नारकंडा में एंटी हेल गन की स्थापना का भी आग्रह किया ताकि बागवानों को लाभ मिल सके।
अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा ने सदस्यों से संवाद करते हुए विकास कार्यों में प्रशासनिक सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में जिला परिषद उपाध्यक्ष सुरेंद्र रेटका, अन्य सदस्यगण तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।