एआरबी टाइम्स ब्यूरो
शिमला। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) [CPIM] की लोकल कमेटी द्वारा शिमला में प्रदेश सरकार द्वारा बस किराए में की गई भारी वृद्धि के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने हिमाचल पथ परिवहन निगम के मुख्य कार्यालय पर प्रदर्शन कर प्रबंधक निदेशक के माध्यम से उप-मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया कि न्यूनतम किराया 10 रुपये करने और किराए में 15% की वृद्धि से आम जनता पर भारी आर्थिक बोझ पड़ा है। विशेषकर निजी स्कूलों के छात्रों के लिए लगाई गई बसों के किराए में तीन गुना बढ़ोतरी (₹600 से ₹1800 प्रति माह) माता-पिता के लिए असहनीय बन गई है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पहले ही महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है, और अब बस किराया वृद्धि से आम जनता और भी अधिक परेशान हो जाएगी।
सीपीआई(एम) ने सरकार से निम्नलिखित मांगे रखीं:
बस किराए में की गई 15% वृद्धि को तुरंत वापस लिया जाए।
निजी स्कूल बसों के किराए में की गई तीन गुना वृद्धि को रद्द किया जाए।
न्यूनतम किराया में की गई 100% वृद्धि को वापस लिया जाए।
HRTC व उसकी रूटों का निजीकरण रोका जाए।
यात्रियों के सामान शुल्क में की गई वृद्धि को वापस लेकर पहले की स्थिति बहाल की जाए।
सीपीआई(एम) ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द इन मांगों को नहीं माना गया तो पार्टी आम जनता को संगठित कर व्यापक आंदोलन की ओर बढ़ेगी।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेताओं में राज्य सचिव संजय, राज्य कमेटी सदस्य जगत राम, फालमा चौहान, जगमोहन ठाकुर, जिला सदस्य बालक राम, रामसिंह, अनिल ठाकुर, जय शिव ठाकुर, सनी सेकता, कपिल, विवेक कश्यप, रंजीब कुठियाला, नवीन, कपिल नेगी, दलीप, मनीष वर्मा, विजय कौशल, निशा, सपना, ऋतु, वनिता और रोज सहित कई अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।