एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। उपमंडल रामपुर की गानवी खड्ड में आई अचानक बाढ़ ने गानवी, नीनवी, क्याव, कूट, सुरू, किन्फी, खिऊचा, रोपनी और खणीधार गांवों की संपर्क सड़कों और पुलों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है। इन गांवों की जीवनरेखा मानी जाने वाली सड़कें टूटने से परिवहन पूरी तरह बाधित हो गया है। स्थानीय बागवानों और निवासियों का कहना है कि सेब की फसल संकट में पड़ गई है और खेतों में ही सड़ रही है, क्योंकि बाहर ले जाने का कोई साधन नहीं बचा। कई क्षेत्रों में मजदूरों को मजबूरी में सेब की पेटियों को कंधे पर उठाकर मुख्य सड़कों तक पहुंचाना पड़ रहा है।
सेब उत्पादकों प्रकाश चंद, चुन्नी लाल, लवली निल्टू, कुलदीप, दलीप निल्टू, सुमित, सन्नी और कांग्रेस कार्यकर्ता विजय महाटेट ने लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और स्थानीय विधायक नंद लाल से तत्काल राहत और पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने की अपील की है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि केवल एक जेसीबी लगाकर खानापूर्ति की जा रही है, जबकि स्थिति काफी गंभीर है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और लोक निर्माण विभाग पूरी तरह निष्क्रिय दिख रहे हैं – न कोई स्पेन कार्य हो रहा है, न ही मरम्मत का कोई पुख्ता प्रयास। ग्रामीणों के अनुसार, खाद्यान्न और जरूरी सामान भी खत्म हो चुका है, और बाजारों में आपूर्ति ठप है। राहत सामग्री पहुंचाने का कोई मार्ग नहीं बचा है, जिससे क्षेत्र में भुखमरी जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। स्थानीय जनता ने मांग की है कि सरकार सभी विभागों को आदेश जारी कर युद्धस्तर पर राहत और मरम्मत कार्य आरंभ करवाए, ताकि बाढ़ पीड़ितों को समय रहते सहायता मिल सके।