एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। चार पंचायतों को जोड़ने वाले सेरी पुल के सिकिंग जोन का कार्य दो माह से काम पूरी तरह से रुका हुआ है, जिससे देवठी, काशापाट, मुनिश और कूहल पंचायतों के ग्रामीणों में भारी रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि यही स्थिति बनी रही, तो इस बार भी किसानों और बागवानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर कार्य शुरू नहीं किया गया, तो वे रामपुर में विभागीय कार्यालय का घेराव करेंगे।
पिछले साल टूट गई थी 100 मीटर सड़क
गत वर्ष सेरी पुल के समीप 100 मीटर सड़क का हिस्सा पूरी तरह धंस गया था, जिससे वाहनों की आवाजाही ठप हो गई थी। जुलाई-अगस्त के दौरान यह सड़क पूरी तरह से बंद रही, जिससे सेब बागवानों को मंडियों तक अपनी फसल पहुंचाने में गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके बाद लोक निर्माण विभाग ने यहां दीवार लगाने का निर्णय लिया, और अगस्त के अंत में कार्य शुरू किया गया। हालांकि, छह माह बीत जाने के बावजूद कार्य अधर में लटका हुआ है, और मौके पर काम पूरी तरह बंद पड़ा है।
मामले में विधायक से हस्तक्षेप की मांग
बारहबीस क्षेत्र के ग्रामीणों रवि शीरशु, नरेंद्र चौहान, मोहन नेगी, गोपाल कृष्ण, रोशन, मैनराम, सैनराम, रमेश, भीष्म, राजेंद्र बजीर, महेंद्र मैहता, सीमा मांटा, प्रकाश भलेई, दीप कुमार, भजन शिरशु, देवराज, रोशन शिरशु, अमर सिंह, मोईराम, ताराचंद और संतोष कुमार ने इस मामले पर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र स्थानीय विधायक नंदलाल का गृहक्षेत्र है, इसके बावजूद सड़क निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है। ग्रामीणों ने विधायक से आग्रह किया है कि वे संबंधित विभाग को तुरंत आदेश दें ताकि इस समस्या का शीघ्र समाधान हो सके।
भाजपा ग्राम केंद्र देवठी के अध्यक्ष पुज्यदेव मांटा ने भी इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए जल्द समाधान की मांग की है। वहीं, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता शोभाराम ने बताया कि सेरी पुल पर निर्माण कार्य करने वाले मजदूरों के बीच आपसी विवाद के चलते कार्य रुका हुआ था, लेकिन जल्द ही काम दोबारा शुरू किया जाएगा।