एआरबी टाइम्स ब्यूरो
हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के दौरान हुए पेपर लीक मामले में विजिलेंस ने एक और एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर जूनियर इंजीनियर (सिविल) पोस्ट कोड 826 की भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी को लेकर दर्ज की गई है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि पेपर लीक हुआ था या ओएमआर शीट में टेंपरिंग की गई थी। बताया जा रहा है कि पोस्ट कोड 826 की भर्ती में गड़बड़ी के ठोस सबूत मिलने के बाद 16वीं एफआईआर दर्ज की गई है।
जूनियर इंजीनियर के 39 पद भरे गए थे
पोस्ट कोड 826 के तहत जूनियर इंजीनियर (सिविल) की भर्ती प्रक्रिया वर्ष 2021 में पूरी हो चुकी है। पास अभ्यर्थी अब विभागों में सेवाएं दे रहे हैं। जूनियर इंजीनियर के 39 पदों के लिए सितंबर 2020 में आवेदन मांगे थे। कुल 10529 अभ्यर्थियों में से 9301 के आवेदन सही पाए गए थे। 11 अप्रैल 2021 को आयोजित परीक्षा में 5632 अभ्यर्थियों ने भाग लिया, जिनमें से केवल 121 ही उत्तीर्ण हुए थे। इसके बाद 8 सितंबर 2021 को 15 अंकों की मूल्यांकन परीक्षा आयोजित की गई थी।
पेपर लीक मामले में 16वीं एफआईआर दर्ज
विजिलेंस अब तक 16 एफआईआर दर्ज कर चुकी है, जिसमें करीब तीन दर्जन लोग नामजद हैं। इनमें आयोग के पूर्व सचिव, सीनियर असिस्टेंट, चपरासी, ड्राइवर और कई अभ्यर्थी शामिल हैं। ताजा एफआईआर में भी कर्मचारियों और अभ्यर्थियों के नाम सामने आने की संभावना है। जेओए (आईटी) पोस्ट कोड 965 पेपर लीक की पहली एफआईआर में पहले ही कोर्ट में चालान पेश किया जा चुका है। विधानसभा सत्र के चलते जांच एजेंसी की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।