एआरबी टाइम्स ब्यूरो
रामपुर बुशहर। शहर से सटे डकोलड़ में सालों से अटके सब्जी मंडी के निर्माण कार्य को आखिरकार शुरू कर दिया गया है। रविवार को एपीएमसी बोर्ड ने जेसीबी मशीन लगाकर निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। इस सब्जी मंडी को लगभग दो करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा और एक वर्ष में इसका कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
रामपुर और आसपास के क्षेत्रों में फल व सब्जियों का अच्छा उत्पादन होता है, लेकिन अब तक इन्हें बेचने के लिए कोई उपयुक्त स्थान नहीं था। किसान और बागवान या तो उत्पाद शिमला या अन्य शहरों में ले जाते थे या फिर इंदिरा मार्केट की छोटी सी मंडी में बेचने को मजबूर थे, जहां उन्हें उचित दाम नहीं मिल पाते थे। इससे न सिर्फ किसानों को नुकसान होता था बल्कि आम जनता को भी महंगे दामों पर फल और सब्जियां खरीदनी पड़ती थीं। नई सब्जी मंडी के निर्माण से उम्मीद है कि स्थानीय स्तर पर ही उत्पादों की बिक्री होगी, जिससे किसानों को बेहतर दाम मिलेंगे और आम लोगों को सस्ती दरों पर ताजे फल व सब्जियां उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही अब बाहरी राज्यों पर निर्भरता भी कम होगी।
गौरतलब है कि जिस स्थान पर मंडी बन रही है, वहां पिछले दस वर्षों से झुग्गी-झोपड़ियों का कब्जा था। भवन निर्माण प्रक्रिया में देरी और राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण इस पर कार्य शुरू नहीं हो पाया था, जबकि परियोजना के लिए धन पहले ही स्वीकृत हो चुका था। एपीएमसी चेयरमैन देवा नंद वर्मा ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही बोर्ड ने स्वयं निर्माण कार्य शुरू किया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इसे तय समय में पूरा किया जाएगा और इसका लाभ सीधे जनता और किसानों को मिलेगा।